इस मामले की अमरीकी खुफिया सेवा ने 10 साल तक तहकीकात की थी। सीटेल की एक अदालत ने रोमन सेल्जनेव को गत वर्ष दोषी करार दिया था। उस पर आरोप था कि वह ऐसे कम्प्यूटर बाजार में उतारने का साजिशकर्ता था जिसके माध्यम से यूजर्स के क्रेडिट कार्ड नम्बर चुरा लिए जाते थे। इससे अमरीकी कंपनियों को 16 करोड़ 90 लाख डॉलर का नुकसान हुआ था।
उस पर आरोप था कि उसने अक्टूबर 2009 से अक्टूबर 2013 तक 500 से अधिक कंपनियों के क्रेडिट कार्ड नम्बर चुराए और विर्जिनिया, रुस और यूक्रेन के सर्वर को ट्रांसफर किए और बाद में क्रिमनल कोर्डिंग वेबसाइट को सूचनाएं बेचीं। रोमन ने एक हस्तलिखित बयान में कहा कि यह कठोर सजा अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का हमारे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को संदेश भेजने का एक तरीका है।
लेकिन व्लादिमीर, रूस अथवा अन्य देशों को संदेश देने का यह तरीका अच्छा नहीं है कि लोकतंत्र में न्याय कैसे होता है। रूसी दूतावास ने फेसबुक पर पोस्ट अपने बयान में कहा कि उसके नागरिक को किसी दूसरे देश में गिरफ्तार किया जाना न्यायोचित नहीं है। रोमन को मालदीव में वर्ष 2014 में गिरफ्तार किया गया था। इस फैसले को चुनौती दी जाएगी।