नई दिल्लीPublished: Sep 17, 2023 02:41:36 pm
Shaitan Prajapat
Sardar Bhagat Singh : स्वतंत्रता संग्राम के नायक भगत सिंह की फांसी की सजा पर 92 साल बाद पाकिस्तान में एक बार फिर से हंगामा मचा हुआ है। लाहौर हाईकोर्ट ने शनिवार को भगत सिह की 1931 में हुई फांसी की सजा के मामले को फिर से खोलने वाली एक याचिका पर आपत्ति जताई है।
Sardar Bhagat Singh : स्वतंत्रता संग्राम के नायक भगत सिंह की फांसी की सजा पर 92 साल बाद पाकिस्तान में एक बार फिर से हंगामा मचा हुआ है। लाहौर हाईकोर्ट ने शनिवार को भगत सिह की 1931 में हुई फांसी की सजा के मामले को फिर से खोलने वाली एक याचिका पर आपत्ति जताई है। याचिका में समीक्षा के सिद्धांतों का पालन करते हुए सिंह की सजा को रद्द करने का अनुरोध किया गया। इसके अलावा भगत सिंह को मरणोपरांत राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किए जाने का भी अनुरोध किया गया। बता दें कि स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के साथ 19 मार्च 1931 को फांसी दे दी गई थी। याचिका में कुरैशी ने बताया कि हत्या की प्राथमिकी में भगत सिंह का नाम नहीं था। भगत सिंह का मामला देख रहे विशेष न्यायाधीशों ने मामले में 450 गवाहों को सुने बिना ही उन्हें मौत की सजा सुना दी थी।