समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने कहा है कि नियमों का उल्लंघन करने पर छात्राओं को तत्काल निलंबित कर दिया जाएगा। इस फैसले में महिलाओं को छोटे बाल रखने से मना किया गया है, जिसे रूढ़ीवादी मुसलमान पुरुषों की नकल मानते हुए पाप करार देते हैं।
सऊदी अरब जीवन के हर हिस्से में लैंगिक अलगाव का अनुसरण करता है। इसमें शिक्षा भी शामिल है। महिलाओं के लिए सभी शैक्षिक संस्थानों में पुरुषों से अलग भवन हैं। विश्वविद्यालयों को छोड़कर बाकी जगहों पर छात्राओं को महिला शिक्षकों द्वारा ही पढ़ाया जाता है।
यदि पुरुष शिक्षक हों तो या तो उन्हें पर्दे के पीछे से पढ़ाना होता है या फिर छात्राओं को पूरी तरह से ढंका होना होता है। 2002 में मक्का में एक स्कूल में आग लगने से 15 लड़कियों की मौत हो गई थी, उस समय धार्मिक पुलिस ने उन्हें इस्लामिक पोशाक न पहने होने की वजह से बाहर निकलने से रोक दिया था।