25 मिनट में हो सकेगा जीका वायरस का टेस्ट!
इलिनोइस विश्वविद्यालय के ब्रायन कनिंघम बताया कि हमनें एक क्लिप-ऑन डिवाइस को डिजाइन किया है, जिसके जरिए बहुत ही आसानी से जीका वायरस का पता लगाया जा सकता है। इसके लिए उसमें रोगी के रक्त की एक बूंद डालना होता है। अगर रोगी पॉजिटिव होता है तो आपको फ्लोरोसेंस के छोटे हरे रंग के फूल दिखाई देने लगता है। यह पूरे कार्ट्रिज को हरी रोशनी से भर देता है। एम्पलीफिकेशन के दौरान स्मार्टफोन के रियर कैमरा से कार्ट्रिज को देख जा सकता। इस डिवाइस के जरिए परीक्षण करने में 25 मिनट का समय लगता है।
कोरोना वायरस की जांच के अन्य तरीकों के लिए हो रहा रिसर्च
इलिनोइस विश्वविद्यालय के शोधकर्ता कोरोना वायरस की जांच के अन्य तरीकों के लिए रिसर्च कर रहे हैं, जिसके जरिए वायरस के बारे में पता लगा पाना सरल व सटीक होगा। इससे इसके प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। ब्रायन कनिंघम ने कहा कि दुर्भाग्य से प्रयोगशाला-आधारित जांच के लिए अक्सर प्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता होती है और इसमें जटिल प्रक्रियाएं भी शामिल होती हैं।