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Sri Lanka crisis: श्रीलंका में हालात बेकाबू! सशस्त्र बलों को देखते ही गोली मारने के आदेश

Published: May 11, 2022 06:56:01 am

Submitted by:

Mahima Pandey

Sri Lanka: श्रीलंका में हालात बेकाबू हो चुके। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करना कठिन होता जा रहा है, इस बीच रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेनाओं को सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं।

Sri Lanka crisis: Armed forces given shoot-on-sight orders amid protests

Sri Lanka crisis: Armed forces given shoot-on-sight orders amid protests

Sri Lanka’s economic collapse: श्रीलंका में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। सोमवार को श्रीलंका सरकार ने देशभर में हुई हिंसा के बाद सेना और पुलिस को सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं। सोमवार को हुई हिंसा में 7 लोगों की मौत हो गई थी जिसके बाद प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को इस्तीफा देना पड़ा था।
देखते ही मार दो गोली
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि “सार्वजनिक संपत्ति को लूटने या दूसरों को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति पर सशस्त्र बलों को गोली मारने का आदेश दिया गया है।”

राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की भी मांग
ये आदेश तब सामने आया है जब राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने लोगों से साथी नागरिकों के खिलाफ “हिंसा और बदले की कार्रवाई” को रोकने का आग्रह किया और राष्ट्र के सामने आने वाले राजनीतिक और आर्थिक संकट को दूर करने का वादा किया था। अब प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं।
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बता दें कि तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों द्वारा सोमवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमले करने के बाद हिंसा भड़क गई जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई।
वहीं, कोलंबो और देश के अन्य हिस्सों में हुई हिंसा में करीब 250 लोग घायल हुए हैं।

श्रीलंका में विरोध को देखते हुए अधिकारियों ने गुरुवार को सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू बढ़ा दिया है। वहीं, यूरोपीय संघ ने मंगलवार को द्वीप राष्ट्र में हिंसा की निंदा की है।

यूरोप के सदस्य देशों ने संयुक्त बयान में कहा, ‘यूरोपीय संघ ने अधिकारियों से घटनाओं की जांच शुरू करने और हिंसा भड़काने या अपराध करने वालों को जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया है। यूरोपीय संघ सभी पक्षों से हिंसा से दूर रहने और संयम दिखाने का आग्रह करता है।’
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