चीन कैसे है श्रीलंका की हालत का जिम्मेदार
चीन ने रणनीति के तहत श्रीलंका को अपने कर्ज के जाल में फंसाया और उसकी अर्थव्यवस्था को निगलता गया। आज श्रीलंका पर जितना भी विदेश कर्ज है उनमें सबसे अधिक कर्ज चीन का है जोकि कुल कर्ज का 10 फीसदी है। इसके अलावा चाइनीज स्टेट बैंकों के जरिए कमर्शियल लोन का भार भी श्रीलंका पर ही है। ये चीनी कर्ज ही है जिस कारण श्रीलंका को Hambantota port का नियंत्रण 99 सालों के लिए चीन को देने के लिए मजबूर होना पड़ा। चीन अक्सर जो देश उसका कर्ज नहीं चुका पाते उनकी जमीनें हड़प लेता है।
नेशनल कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के की रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2022 में महंगाई का स्तर 17.5 % तक पहुंच गया था। वहीं, विदेशी कर्ज हैरान 35 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुँच गया है। इस हालात में भी चीन मदद के लिए आगे नहीं आया और न ही श्रीलंका को कोई राहत दी।
चीन ने रणनीति के तहत श्रीलंका को अपने कर्ज के जाल में फंसाया और उसकी अर्थव्यवस्था को निगलता गया। आज श्रीलंका पर जितना भी विदेश कर्ज है उनमें सबसे अधिक कर्ज चीन का है जोकि कुल कर्ज का 10 फीसदी है। इसके अलावा चाइनीज स्टेट बैंकों के जरिए कमर्शियल लोन का भार भी श्रीलंका पर ही है। ये चीनी कर्ज ही है जिस कारण श्रीलंका को Hambantota port का नियंत्रण 99 सालों के लिए चीन को देने के लिए मजबूर होना पड़ा। चीन अक्सर जो देश उसका कर्ज नहीं चुका पाते उनकी जमीनें हड़प लेता है।
नेशनल कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के की रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2022 में महंगाई का स्तर 17.5 % तक पहुंच गया था। वहीं, विदेशी कर्ज हैरान 35 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुँच गया है। इस हालात में भी चीन मदद के लिए आगे नहीं आया और न ही श्रीलंका को कोई राहत दी।
भारत आया मदद के लिए आगे
भले ही चीन ने श्रीलंका को पीठ दिखाया परंतु भारत उसकी मदद के लिए आगे आया है। इस हफ्ते भारत ने श्रीलंका को 40,000 टन डीजल भेजा है। इसके अलावा 17 मार्च को भारत ने 1 बिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन श्रीलंका को फिर से दी है जिससे वो आवश्यक चीजें जोकि हेल्थकरे और खाने की चीजें खरीद सके।
भले ही चीन ने श्रीलंका को पीठ दिखाया परंतु भारत उसकी मदद के लिए आगे आया है। इस हफ्ते भारत ने श्रीलंका को 40,000 टन डीजल भेजा है। इसके अलावा 17 मार्च को भारत ने 1 बिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन श्रीलंका को फिर से दी है जिससे वो आवश्यक चीजें जोकि हेल्थकरे और खाने की चीजें खरीद सके।
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