पिछले साल दिसंबर में जब मे ने अगला आम चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा की तो उन्हें अविश्वास प्रस्ताव पर सहयोग मिला था। नतीजा था कि तीन में से एक सदस्य ने ही इनके खिलाफ मतदान किया। ऐसी स्थिति में मे अब दिसंबर तक पूरी तरह सुरक्षित हैं क्योंकि पार्टी का नियम है कि एक साल के भीतर दोबारा किसी नेता के प्रति अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है। 23 महीने पहले जब मे ने ब्रेगिजट प्रक्रिया की शुरुआत की थी तभी से उसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। मे फिर भी चाहती हैं कि ब्रिटेन तय समय में यूरोपीय संघ से अलग हो जाए। मे को उम्मीद है कि वे जो भी कर रही हैं अच्छा है और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर उसका सकारात्मक असर होगा। ब्रेग्जिट के मुद्दे मे को अपने ही नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव से गुजरना पड़ा जबकि ब्रेग्जिट डील का मसौदा फेल होना ब्रिटेन के किसी भी प्रधानमंत्री के कार्यकाल में सदी की सबसे बड़ी हार थी।
वाशिंगटन पोस्ट से विशेष अनुबंध के तहत