चीन में सभी दंपत्तियों के लिए दो बच्चों संबंधी कानून के लिए जब तक संसद की ओर से मंजूरी नही मिल जाती है तब तक एक बच्चे की मौजूदा नीति को ही जारी रखा जाएगा।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की दी हुई जानकारी की खबर के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार नियोजन आयोग (एनएचएफपीसी) ने कहा है, कि प्रत्येक प्रांत में स्थानीय प्राधिकारों को ‘अपने मन से’ से दो बच्चे की नीति नहीं लागू करनी चाहिए।
इस तरह एक स्थानीय अधिकारी के उस दावे को खारिज कर दिया गया है कि जैसे ही नई नीति की घोषणा की गई उसके बाद से यह लागू हो गई। नई नीति की घोषणा 29 अक्टूबर को की गई थी।
एक स्थानीय समाचार पत्र ने 29 अक्टूबर को मध्य चीन के हुनान प्रांत में प्रांतीय स्वास्थ्य और परिवार नियोजन आयोग के उप निदेशक झान मिंग के हवाले से कहा, ‘जो महिलाएं दूसरी बार मां बनने वाली हैं उन्हें आज से दंडित नहीं किया जाएगा।’
जनसंख्या विकास में संतुलन बनाने और बुजुर्ग होती आबादी के बोझ से छुटकारे के लिए कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना ने 29 अक्टूबर को अपनी दशकों पुरानी एक बच्चा नीति को छोड़ने की घोषणा की थी।
बैठक के बाद जारी विज्ञप्ति के मुताबिक नीति में बदलाव के लिए अंतिम योजना को चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के वार्षिक सत्र के बाद स्वीकार किया जाएगा। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने दशकों पुरानी एक बच्चे की नीति को खत्म करने का ऐलान पिछले सप्ताह किया था ताकि जनसंख्या विकास के असंतुलन को दुरूस्त किया जा सके।