नाटो चीफ के बयान से स्पष्ट है कि यूक्रेन के साथ नाटो के सदस्य देश खड़े हैं और वो उसकी सहायता करते रहेंगे। स्टोलटेनबर्ग ने कहा, "हमें आगे बढ़ना जारी रखना चाहिए और यूक्रेन को अपना समर्थन देते रहना चाहिए।"
स्टोल्टेनबर्ग ने स्वीडन और फ़िनलैंड को नाटो में शामिल होने के खिलाफ खड़े तुर्की की समस्या को जल्द ही हल करने पर भी विश्वास व्यक्त किया।
स्टोलटेनबर्ग ने बर्लिन में नाटो की एक बैठक में वस्तुतः संवाददाताओं से कहा, "मुझे विश्वास है कि हम सदस्यता के मुद्दों पर आगे बढ़ने के बारे में आम सहमति, प्राप्त करने में सक्षम होंगे।" ये दावा वो यूं ही नहीं कर रहे उन्होंने जानकारी दी कि वो तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू के संपर्क में थे।
Jens Stoltenberg ने कहा, "हम ये मानते हैं कि हमें अपने सैन्य सहायता को लेकर राष्ट्रीय प्रयासों को नहीं छोड़ना चाहिए। हमें न तो झुकना चाहिए और न ही इसे छोड़ना चाहिए।
जंग दो महीने से जारी
बता दें कि रूस-यूक्रेन जंग को दो महीने से भी अधिक वक्त हो गया है, लेकिन आज भी रूसी हमले यूक्रेन पर जारी हैं। रूसी हमले का जवाब यूक्रेन भी देने में पीछे नहीं है। यूक्रेन के दावों की मानें तो जंग की शुरुआत से अब तक रूस ने करीब 800 क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं।