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अमरीका ने उत्तर कोरिया पर बढ़ाया दबाव, स्टीफन बीगन को नियुक्त किया विशेष दूत

locationनई दिल्लीPublished: Aug 24, 2018 09:07:31 am

लम्बे समय तक फोर्ड मोटर कंपनी के कर्मचारी रहे बीगन ने 2001 से 2003 तक व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के कार्यकारी सचिव के रूप में काम किया था।

beigun and pompiyo

अमरीका ने उत्तर कोरिया पर बढ़ाया दबाव, नियुक्त किया विशेष दूत

वाशिंगटन। अमरीकी विदेश सचिव माइक पोम्पियो ने स्टीफन बीगन को उत्तर कोरिया के लिए विशेष दूत के रूप में नामित किया है।गुरुवार को की गई इस नियुक्ति का उद्देश्य कोरियाई प्रायद्वीप में महत्वपूर्ण पदों को भरना है ताकि दोनों पक्षों के बीच बीच परमाणु निरस्त्रीकरण, शांति व्यवस्था और आर्थिक प्रतिबंधों पर द्विपक्षीय वार्ताओं को सुविधाजनक बनाया जा सके।
कौन हैं स्टीफन बीगन

लम्बे समय तक फोर्ड मोटर कंपनी के कर्मचारी रहे बीगन ने 2001 से 2003 तक व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के कार्यकारी सचिव के रूप में काम किया था। उन्होंने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कोंडोलिजा राइस के वरिष्ठ कर्मचारी सदस्य के रूप में कार्य किया। उन्होंने हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और यूएस सीनेट दोनों सदनों को विदेश नीति सलाहकार के रूप में 14 वर्षों तक भी सेवा दी।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पोम्पियो ने कहा कि बीगन का कोरिया मिशन में शामिल होना केवल समय का प्रश्न है। पोम्पियो ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, “विशेष प्रतिनिधि के रूप में बीगन वार्ता का नेतृत्व करेंगे और हमारे सहयोगियों और भागीदारों के साथ राजनयिक प्रयासों का नेतृत्व करेंगे।” उन्होंने कहा कि उत्तरी कोरियाई सुरक्षा मामले को हल करने के लिए कूटनीति का उपयोग करना राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है।
नए दूत को पसंद है कोरियाई चुनौती

बीगन ने कहा कि वह इस पोजीशन के महत्व को पूरी तरह समझते हैं। उन्होंने कहा, “मुद्दे कठिन हैं, और उन्हें हल करना मुश्किल होगा।लेकिन अमरीकी राष्ट्रपति ने ईमानदार कोशिश की है। हमें उत्तर कोरिया के लोगों के लिए शांतिपूर्ण भविष्य तलाशने के हर संभव अवसर को भुनाने के प्रयास करना चाहिए।”
उत्तर कोरिया को परमाणु रहित बनाना उद्देश्य

माना जा रहा है कि यह मिशन उत्तर कोरिया का पूरी तरह से सत्यापित परमाणु निरस्त्रीकरण करने के साथ समाप्त होगा। बता दें कि सिंगापुर में राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ शिखर सम्मेलन में अध्यक्ष किम जोंग द्वारा ऐसी सहमति पहले ही व्यक्त की जा चुकी है। बता दें कि बीगन जोसफ युन का स्थान लेंगे जिन्होंने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था । यूएस मीडिया आउटलेट्स ने बताया है कि जोसफ युन अमरीकी प्रशासन की उन नीतियों के विरुद्ध थे जिनके माध्यम से ट्रंप उत्तर कोरिया पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे थे। इस साल की शुरुआत में, ट्रंप प्रशासन ने दक्षिण कोरिया में अमरीकी राजदूत बनने के लिए यूएस प्रशांत कमांड के पूर्व कमांडर हैरी हैरिस को भी नियुक्त किया था।
उत्तर कोरिया पर बढ़ रहा अमरीकी दबाव

अमरीकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने 19 अगस्त को कहा था कि पोम्पियो अपने चौथे दौरे के लिए उत्तर कोरिया के लिए प्रस्थान करेंगे। वाशिंगटन को उम्मीद है कि इस यात्रा में पोम्पियो किम जोंग से मिलने में सफल रहेंगे। बोल्टन ने कहा, ” उत्तर कोरिया को परमाणु रहित बनाने की प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है, इस संबंध में यह महत्वपूर्ण है कि उत्तर कोरिया गंभीरता प्रदर्शित करे।”

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