पुतिन को बताया तानाशाह यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र समेत कई वैश्विक मंचों पर रूस का विरोध हो रहा है। खास तौर पर यूरोपीय देश रूस के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। अपने-अपने स्तर पर रूस और रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ कदम भी उठाए जा रहे हैं।
जंग के बीच फूट-फूट कर रो रहे रूसी सैनिक, बिना बताए पुतिन ने जंग की आग में झोंका
इस बीच फ्रांस के पेरिस से बड़ी खबर सामने आई है। पेरिस म्यूजियम से पुतिन की वैक्स स्टेच्यू को हटा दिया है। यही नहीं म्यूजियम की ओर से कहा गया है कि, हम यहां तानाशाह को नहीं रख सकते।
VIDEO: Wax statue of Vladimir Putin removed from Paris museum.
— AFP News Agency (@AFP) March 3, 2022
Russia's invasion of Ukraine prompts director of the Grevin Museum in Paris to remove the statue.
"We have never represented dictators like Hitler in the Grevin Museum, we don't want to represent Putin today" pic.twitter.com/vaN3kOPPzP
दरअसल यू्क्रेन पर हमले के बाद से ही पूरी दुनिया में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की छवि एक तानाशाह के तौर पर देखी जा रही है।
ग्रीविन संग्रहालय की ओर से आए बयान में पुतिन की तुलना हिटलर से की गई है। संग्रहालय ने अपने बयान में कहा, हमने हिटलर जैसे तानाशाहों को अपने यहां जगह नहीं दी। युद्ध जैसे हालातों में हम पुतिन को भी किसी कीमत पर जगह नहीं देंगे।
पुतिन को घर में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जंग के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले स्कूली बच्चों को भी रूसी पुलिस ने कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया है। ओवीडी इंफो की रिपोर्ट के अनुसार रूस के 50 शहरों में युद्ध विरोधी प्रदर्शनों के आरोप में 7000 लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं।The Paris Grevin Museum removed the wax figure of Vladimir Putin in protest against his invasion of Ukraine & after it was damaged by visitors over the weekend.
— Tibor M. Kalman 🇺🇦🕊 (@kalmantibs) March 2, 2022
The museum is considering replacing it with a statue of Ukraine President Volodymyr Zelensky.✅#SlavaUkraini ❤️🇺🇦🕊️ pic.twitter.com/SIPjGqta10
अमरीका ने कहा तानाशाह का अंत निश्चित है अमरीका के राष्ट्रपति बाइडेन ने भी खुले तौर पर पुतिन को एक तानाशाह बताया और यह भी कहा कि तानाशाही का अंत निश्चित है। आपको बता दें कि यूक्रेन पर हमले के बाद अमरीका और यूरोपीय यूनियन के देशों की तरफ से कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें कई अहम आर्थिक प्रतिबंध भी शामिल हैं।