2012 में जब मैंने अफगानिस्तान छोड़ा तब 80 लाख बच्चे स्कूल जाते थे जिसमें 40 फीसदी लड़कियां थीं। अमरीका ने कहा है कि अमरीकी सेना अफगानिस्तान छोड़ देगी। सवाल है कि क्या तालिबान आतंकी गतिविधियों से दूर रहेगा? ‘क्या वे वादा करेगा कि 9/11 जैसा हमला नहीं दोहराएगा’। अमरीका आत्मसमर्पण की स्थिति में है। अमरीकी सेना को अफगानिस्तान में तब तक रहना चाहिए जब तक वहां की मौजूदा सरकार चाहती है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईराक से अमरीकी सेना की वापसी नहीं होने दी थी। अब राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को ऐसा ही करना होगा जिससे दुनिया को पता चले की अमरीका अफगानी जनता के साथ है।
रियान क्रॉकर, अफगानिस्तान में अमरीका के पूर्व राजदूत, वाशिंगटन पोस्ट से विशेष अनुबंध के तहत