डीएनए एक मॉलिक्यूल होता है। इसमें किसी भी मनुष्य या यूं कहें कि लगभग सभी प्राणी का जेनेटिक कोड मौजूद होता है। DNA जानवरों, पौधों, प्रोटिस्ट, वायरस और बैक्टीरिया में भी मौजूद होता है। किसी मनुष्य के एक बूंद खूनसे डीएनए के स्ट्रक्चर के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा सकती है और उस मनुष्य के परिवार और उससे जुड़े इतिहास के बारे में पता लगाया जा सकता है। इसके जरिए गोपनीय जानकारी, उसके गुण-अवगुण, उसकी जनेटिक बीमारियाँ तक के बारे में जानकारी इकट्ठी की जा सकती है।
वैश्विक नेताओं को DNA से किस बात का डर है ? क्या इसे राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया सकता है?
जर्मनी और फ़्रांस दोनों ही देश नाटो के सदस्य हैं, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन भी शामिल हैं। नाटो का गठन शीत युद्ध के दौरान पश्चिमी सहयोगियों द्वारा सोवियत संघ के खिलाफ किया गया था।
रूस ने चिंता व्यक्त की है कि नाटो रूस को कमजोर करने के लिए यूक्रेन को एक मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। ऐसे में रूस DNA सैम्पल को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल आकर सकता है।