धरती पर नहीं होगा कोई नुकसान
यूरोपीय स्पेस एजेंसी (Space Aganecy) का कहना है कि इन टुकड़ों से पृथ्वी पर कोई नुकसान नहीं होगा। एजेंसी बैटरियों को मॉनिटर कर रही हैं। शनिवार तक इनके धरती पर गिरने की उम्मीद है, लेकिन समय की सटीक जानकारी नहीं दी गई। ये निकल और हाइड्रोजन की बैटरियां हैं, जिनके स्थान पर आइएसएस में छह लिथियम-आयन बैटरियों को लगाया गया है। इन्हें 20 मई, 2020 को जापान के एचटीवी-9 सैटेलाइट के जरिए भेजा गया था।