पुतिन के साथ लंबे समय तक काम कर चुके और रूस के पूर्व प्रधान मंत्री दिमित्री मेदवेदेव , जो वर्तमान में रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि "अगर, भगवान न करे, इन हथियारों का इस्तेमाल रूसी क्षेत्र के खिलाफ किया जाता है, तो हमारे सशस्त्र बलों के पास निर्णय लेने वाले केंद्रों पर हमला करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा।"
रूस के खिलाफ नाटो चला रहा छद्म युद्ध मेदवेदेव ने कहा कि - "बेशक, यह समझने की जरूरत है कि इस मामले में अंतिम निर्णय लेने वाले केंद्र, दुर्भाग्य से, कीव के क्षेत्र में स्थित नहीं हैं," उन्होंने अल जज़ीरा के साथ एक साक्षात्कार में यह बात कही है। मॉस्को में बैठे अधिकारियों ने नाटो पर यूक्रेन में युद्ध का इस्तेमाल रूस के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ने के लिए करने का आरोप लगाया है।
रूस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रह चुके हैं मेदवेदेव मेदवेदेव, जिन्होंने 2008 से 2012 तक रूस के राष्ट्रपति के रूप में एक कार्यकाल पूरा किया और इसके बाद 2012 से 2020 तक रशिया के प्रधानमंत्री रहे, जिन्हें व्यापक रूप से पुतिन की कठपुतली के रूप में देखा जाता रहा है, को कभी रूस में एक उदारवादी शक्ति के रूप में देखा जाता था। लेकिन हाल के महीनों में मेदवेदेव को मास्को के सबसे आक्रामक चेहरों में से एक के रूप में बदलता देखा गया है।
यूक्रेन युद्ध बढ़ रहा परमाणु युद्ध की ओर उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यूक्रेन में लड़ाई दुनिया को खतरनाक रूप से अंतिम परमाणु युद्ध (nuclear war countdown) के करीब धकेल रही है। साफ देखा जा सकता है कि, ''प्रलय के घुड़सवार पहले से ही आगे बढ़ रहे हैं और अब तो अब बस सर्वशक्तिमान भगवान से ही कोई उम्मीद शेष है।"
बता दें , क्रेमलिन-नियंत्रित राज्य टेलीविजन ने कई मौकों पर कहा है कि अगर यूक्रेन में युद्ध रूस के खिलाफ हो जाता है, तो मास्को ब्रिटेन सहित पश्चिमी देशों के खिलाफ परमाणु मिसाइलों को लॉन्च कर सकता है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि वह राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से यह आश्वासन मिलने के बाद यूक्रेन को अधिक दूर तक मार करने वाली टारगेटिड मिसाइल प्रदान करने के लिए सहमत हुए थे कि उनका उपयोग रूस के अंदर लक्ष्यों को मारने के लिए नहीं किया जाएगा।
अमरीका जानबूझकर डाल रहा है आग में घी पर क्रेमलिन ने कहा है कि उसे ज़ेलेंस्की पर विश्वास नहीं है। पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, "संयुक्त राज्य अमरीका सीधे और जानबूझकर आग में ईंधन डाल रहा है।
बता दें, फरवरी में युद्ध शुरू होने के बाद से रूस ने यूक्रेन पर सीमान्त गांवों और तेल डिपो पर कई बार सीमा पार आकर हमले करने के लिए लड़ाकू हेलीकॉप्टरों और ड्रोन का उपयोग करने का आरोप लगाया है। कीव ने आरोपों की न तो पुष्टि की है और न ही खंडन किया है।