तो वहीं यह चेतावनी व्याख्यात्मक निबंध ‘आर यू गुड एट डांसिंग टू द ट्यून ऑफ अदर्स’ में सामने आई है, जिसे सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, लेख में हालांकि चीन का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन प्योंगयांग ने आलोचना उत्तर कोरिया के इर्द-गिर्द स्थित एक देश के लिए की है।
लेख के मुताबिक, वह देश बेकार की बात कर रहा है कि उत्तर कोरिया को उसके साथ संबंधों की महत्ता पर पुनर्विचार करना चाहिए और यह प्योंगयांग की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है, साथ ही उसकी आर्थिक समृद्धि को लाभ होगा। दावा किया गया है कि प्योंगयांग किसी के आर्थिक प्रतिबंधों के सामने टिक नहीं पाएगा।
इस लेख में आगे कहा गया है कि अगर चीन प्योंगयांग पर प्रतिबंध लगाना जारी रखता है, तो इससे वह उत्तर कोरिया के दुश्मनों की वाहवाही तो लूट सकता है, लेकिन इसके एवज में उसे द्विपक्षीय संबंधों में विनाशकारी नतीजों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
गौरतलब है कि बीते फरवरी महीने में बीजिंग ने घोषणा की थी कि वह संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के समर्थन में उत्तर कोरिया से कोयला नहीं खरीदेगा। उत्तर कोरिया चीन को कोयला का प्रमुख निर्यातक देश है। तो वहीं चीन की आधिकारिक मीडिया ने यह भी कहा है कि अगर उत्तर कोरिया नया परमाणु परीक्षण करता है, तो उसे बीजिंग द्वारा हाइड्रोकार्बन का निर्यात बंद किया जा सकता है।