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आज इन कामों को करने से होगा बड़ा लाभ, लेकिन ये सावधानी जरूर रखें

Published: Jul 08, 2017 09:34:00 am

चतुर्दशी रिक्ता संज्ञक तिथि प्रात: 7.32 तक, तदन्तर पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ हो जाएगी

aaj ki kundli

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चतुर्दशी रिक्ता संज्ञक तिथि प्रात: 7.32 तक, तदन्तर पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ हो जाएगी। आज चतुर्दशी तिथि की वृद्धि हुई है। चतुर्दशी तिथि में सामान्यत: शुभ व मांगलिक कार्य शुभ नहीं होते। पर पूर्णिमा तिथि में सभी मांगलिक, अलंकार, चित्रकारी, प्रतिष्ठा, घर और यज्ञ कर्म आदि कार्य सिद्ध होते हैं।

नक्षत्र: मूल ‘तीक्ष्ण व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र दोपहर बाद 2.11 तक, तदुपरान्त पूर्वाषाढ़ा ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। मूल गण्डान्त संज्ञक नक्षत्र में जन्मे जातकों के हितार्थ 27 दिन बाद जब मूल नक्षत्र की पुनरावृत्ति हो, उस दिन मूल शांति करा देना चाहिए।

योग: ब्रह्म नामक नैसर्गिक शुभ योग प्रात: 9.56 तक, इसके बाद ऐन्द्र नामक नैसर्गिक अशुभ योग है। विशिष्ट योग: सूर्योदय से दोपहर बाद 2.11 तक दोष समूह नाशक रवियोग नामक शक्तिशाली शुभ योग है। ग्रह राशि-नक्षत्र परिवर्तन: रात्रि 11.01 पर शुक्र रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। करण: भद्रा संज्ञक विष्टि नामकरण प्रात: 7.32 से रात्रि 8.35 तक है। यह पाताल लोक की भद्रा है। जो शुभ है।

शुभ विक्रम संवत् : 2074
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 1939
हिजरी संवत् : 1438
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : वर्षा
मास : आषाढ़। पक्ष – शुक्ल।

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज मूल नक्षत्र में विवाह का (भौमवेध दोषयुक्त) अतिआवश्कता में अशुद्ध मुहूर्त है।

श्रेष्ठ चौघडि़ए:
आज प्रात: 7.25 से प्रात: 9.07 तक शुभ तथा दोपहर 12.32 से सायं 5.38 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12.04 से दोपहर 12.59 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।

व्रतोत्सव: आज चान्द्र पूर्णिमा व्रत, वायु परीक्षा सायं 7.20 पर, मन्वादि, कोकिला व्रत प्रारम्भ तथा शिवशयन उत्सव (उड़ीसा में)।

दिशाशूल:
शनिवार को वैसे पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल है। पर आज धनु राशि के चन्द्रमा का वास पूर्व दिशा की यात्रा में सम्मुख रहेगा। याद रखें- यात्रा के सम्मुख चन्द्रमा धनलाभ कराने वाला व शुभप्रद माना गया है।

चन्द्रमा:
चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि धनु राशि में है। राहुकाल: प्रात: 9.00 से 10.30 तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है।

आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (भ, भी, भू, धा, फा, ढा) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि धनु है तथा ताम्रपाद से जन्म हुआ है। सामान्यत: ये जातक धनवान, धर्म पर दृढ़, राज-समाज में मान-सम्मान पाने वाले, नामवर, विशाल हृदय, दानी, गंभीर, वाक्-पटु, चतुर, प्रकृतिप्रेमी, अल्पक्रोधी, पर परोपकारी होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 30 वर्ष की आयु तक होता है। धनु राशि वाले जातकों को भौतिक सुख- सुविधाओं पर व्यय करना पड़ेगा। वाहन सुख प्राप्त होगा। भूमि-भवन सम्बंधी कार्य सफल होंगे।
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