पूर्वाभाद्रपद ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र दोपहर १२.४६ तक, फिर उत्तराभाद्रपद ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में कृषि, पशु विक्रय, उपनयन, शिक्षा, विद्या और जलयंत्र संबंधी कार्य तथा उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में विवाह, देवस्थापन, यज्ञोपवीत, घर, वास्तु और अभिषेक सम्बंधी कार्य शुभ कहे गए हैं। ग्रह राशि-नक्षत्र परिवर्तन: आज रात्रि ८.०७ पर बुध शतभिषा नक्षत्र में तथा सूर्यदेव रात्रि १०.४८ पर सायन मीन में प्रवेश करेंगे।चंद्रमा: सम्पूर्ण दिवारात्रि मीन में है। श्रेष्ठ चौघडि़ए : आज प्रात: ८.२९ से दोपहर १२.४१ तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा दोपहर बाद २.०५ से अपराह्न ३.२९ तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर १२.१८ से दोपहर १.०३ तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं। विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि शुभ योग दोपहर १२.४६ से सूर्योदय तक तथा राजयोग शुभ योग दोपहर १२.४६ से अंतरात्रि ५.१७ तक व दोष समूह नाशक रवियोग दोपहर १२.४६ से। राहुकाल : सायं ४.३० बजे से सायं ६.०० बजे तक राहुकाल वेला में शुभ कार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।
पूर्वाभाद्रपद ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र दोपहर १२.४६ तक, फिर उत्तराभाद्रपद ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में कृषि, पशु विक्रय, उपनयन, शिक्षा, विद्या और जलयंत्र संबंधी कार्य तथा उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में विवाह, देवस्थापन, यज्ञोपवीत, घर, वास्तु और अभिषेक सम्बंधी कार्य शुभ कहे गए हैं। ग्रह राशि-नक्षत्र परिवर्तन: आज रात्रि ८.०७ पर बुध शतभिषा नक्षत्र में तथा सूर्यदेव रात्रि १०.४८ पर सायन मीन में प्रवेश करेंगे।चंद्रमा: सम्पूर्ण दिवारात्रि मीन में है। श्रेष्ठ चौघडि़ए : आज प्रात: ८.२९ से दोपहर १२.४१ तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा दोपहर बाद २.०५ से अपराह्न ३.२९ तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर १२.१८ से दोपहर १.०३ तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं। विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि शुभ योग दोपहर १२.४६ से सूर्योदय तक तथा राजयोग शुभ योग दोपहर १२.४६ से अंतरात्रि ५.१७ तक व दोष समूह नाशक रवियोग दोपहर १२.४६ से। राहुकाल : सायं ४.३० बजे से सायं ६.०० बजे तक राहुकाल वेला में शुभ कार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।