नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र सायं ६.१६ तक, तदुपरान्त श्रवण ‘चर व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र प्रारम्भ हो जाएगा। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में देवस्थापन, विभूषित करना, गृहारम्भ, यात्रा, प्रवेश, विवाहादि मांगलिक कार्य और श्रवण नक्षत्र में देवस्थापन, पुष्टता, कारीगरी, विद्यारंभ आदि कार्य शुभ होते हैं।
योग: अतिगंड नामक नैसर्गिक अशुभ योग पूर्वाह्न ११.५८ तक, तदन्तर सुकर्मा नामक नैसर्गिक शुभ योग है। विशिष्ट योग: आज दोष समूह नाशक रवियोग नामक शक्तिशाली शुभ योग सम्पूर्ण दिवारात्रि तथा सर्वार्थसिद्धि नामक शुभ योग सायं ६.१६ से अगले दिन सूर्योदय तक है, जो शुभकर्यारम्भ के लिए मार्ग प्रशस्त करता है। करण: तैतिल नामकरण दोपहर बाद २.१० तक तदुपरान्त गरादि करण रहेंगे।
शुभ विक्रम संवत् : 207४
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 193९
हिजरी संवत् : 143९, मु.मास: मुहर्रम-९
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : शरद्
मास : आश्विन।
पक्ष : शुक्ल। शुभ मुहूर्त: आज उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में विवाह (द्विगर्त प्रदेशीय), विपणि-व्यापारारम्भ, वाहन क्रय करना, मशीनरी प्रारम्भ करना, जलवा, प्रसूति स्नान और सगाई-टीका आदि के शुभ मुहूर्त हैं।
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 193९
हिजरी संवत् : 143९, मु.मास: मुहर्रम-९
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : शरद्
मास : आश्विन।
पक्ष : शुक्ल। शुभ मुहूर्त: आज उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में विवाह (द्विगर्त प्रदेशीय), विपणि-व्यापारारम्भ, वाहन क्रय करना, मशीनरी प्रारम्भ करना, जलवा, प्रसूति स्नान और सगाई-टीका आदि के शुभ मुहूर्त हैं।
श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: ७.५१ से ९.२० तक शुभ तथा दोपहर १२.१७ से सायं ४.४३ तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर ११.५३ से दोपहर १२.४० तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
व्रतोत्सव: आज विजयादशमी , दशहरा पर्व (स्वयंसिद्धि अबूझ मुहूर्त), सरस्वती विसर्जन, नवरात्रोत्थापन, श्रीमाधवाचार्य जयंती तथा कतल की रात (मु.) आदि व्रतोत्सव हैं। चन्द्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि मकर राशि में रहेगा। दिशाशूल: शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज दक्षिण दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है। राहुकाल: प्रात: ९.०० से १०.३० बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।
आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (ज, जी, खि, खे) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मकर तथा इनका जन्म ताम्रपाद से है। सामान्यत: ये जातक धनवान, प्रतिभावान, धर्म कार्यों के ज्ञाता, कलाकार व शुद्ध विचार वाले, होशियार, चतुर, बहादुर, परोपकारी और उत्तम मान-सम्मान पाने वाले होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग ३१ वर्ष की आयु तक होता है। मकर राशि वाले जातकों को आज मित्रों के सहयोग से अच्छा लाभ प्राप्त होगा। मनोविनोद के अवसर मिलेंगे।
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (ज, जी, खि, खे) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मकर तथा इनका जन्म ताम्रपाद से है। सामान्यत: ये जातक धनवान, प्रतिभावान, धर्म कार्यों के ज्ञाता, कलाकार व शुद्ध विचार वाले, होशियार, चतुर, बहादुर, परोपकारी और उत्तम मान-सम्मान पाने वाले होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग ३१ वर्ष की आयु तक होता है। मकर राशि वाले जातकों को आज मित्रों के सहयोग से अच्छा लाभ प्राप्त होगा। मनोविनोद के अवसर मिलेंगे।