ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह सुख, प्रेम, सुंदरता और विलासिता के कारक हैं और शुक्र जब सूर्य के करीब पहुंचकर अस्त हो जाते हैं तो इनके शुभ परिणाम में कमी आ जाती है। शुक्र अस्त होने से लोगों के जीवन में असंतुष्टि की भावना बढ़ती है, सुख विलासिता में कमी आती है, प्रेम और रोमांस के संदर्भ में ज्यादा अनुकूल परिणाम नहीं मिलते।
58 दिन रहेंगे शुक्र अस्त, नहीं होंगे शुभ काम
पंचांग के अनुसार शुभ ग्रह शुक्र कल 1 मई से 58 दिन तक अस्त रहेंगे। शुक्र बुधवार 1 मई 2024 को सुबह 5.22 बजे अस्त हो जाएंगे और मिथुन राशि में 27 जून 2024 बृहस्पतिवार शाम 7.37 बजे शुक्र उदय होंगे। इस तरह कुल 58 दिन शुक्र अस्त रहकर उदित होंगे। इस बीच 58 दिन तक विवाह, 16 संस्कार, गृह प्रवेश, किसी नए काम का आरंभ आदि काम नहीं हो सकेंगे।
यहां जानिए राशि अनुसार शुक्र अस्त के उपाय
मेष राशि
शुक्र के मेष राशि में अस्त होने से मेष राशि वालों को अधिक अच्छे परिणाम नहीं मिलते। इस समय अहंकार बढ़ सकता है। इस अवधि में भाग्य साथ नहीं देगा, जीवन के लक्ष्य पाने में बाधा आ सकती है। जो लोग व्यापार करते हैं, उन्हें परेशानी होती है। करियर में काम का दबाव बढ़ता है। इन सभी समस्याओं से राहत के लिए शुक्रवार के दिन यज्ञ/हवन करें। ये भी पढ़ेंः
Shukra Ast 2024: इस डेट को सुख देने वाले शुक्र होंगे अस्त, मेष से मीन तक किसे लाभ और किसे हानि वृषभ राशि
शुक्र अस्त होने से वृषभ राशि वालों को पैतृक संपत्ति, शेयर और लोन आदि अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। हालांकि इन लोगों को नौकरी में वरिष्ठों के साथ रिश्ते में समस्या आएगी। काम में अड़चन आएगी। जिन लोगों का व्यापार है उन्हें बिजनेस के विस्तार में दिक्कत आएगी। हालांकि इन लोगों को व्यापार में मनचाहा लाभ नहीं मिलेगा। इन समस्याओं के निदान और लाभ बढ़ाने के लिए प्रतिदिन 24 बार ॐ भार्गवाय नमः का जाप करें।
मिथुन राशि
शुक्र अस्त होने से मिथुन राशि वालों को कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों और सहकर्मियों से सराहना मिलेगी। नौकरी में शानदार प्रदर्शन पर आपको इंसेंटिव और दूसरे लाभ मिलेंगे। काम के सिलसिले में विदेश जाने के योग बनेंगे। आपका खुद का व्यापार है तो अच्छा लाभ होगा, बिजनेस का विस्तार होगा। आप व्यापार में पार्टनर के साथ रिश्ते को अच्छा बनाए रखने में सफल रहेंगे। हालांकि तनाव, थकान आदि छोटी-मोटी शिकायत हो सकती है। समस्याओं से राहत और लाभ को बढ़ाने के लिए प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
कर्क राशि
शुक्र अस्त होने से इन लोगों की सुख-सुविधाओं में कमी आएगी। आपको तनाव झेलना पड़ सकता है। आपको धन बहुत सोच-समझकर खर्च करना होगा। शुक्र के मेष राशि में अस्त होने का समय नौकरी करने वाले लोगों के लिए अच्छी नहीं है, क्योंकि आपको कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। इन समस्याओं के निराकरण के लिए शनिवार के दिन कौओं को भोजन खिलाना चाहिए। ये भी पढ़ेंः Vivah Muhurt: 1 मई से 8 जुलाई तक बंद हो जाएंगे शुभ काम, जानें 2 महीने बाद कब बजनी शुरू होगी शहनाई सिंह राशि
शुक्र का मेष राशि में अस्त होना सिंह राशि वालों के लिए संतान के विकास की चिंता बढ़ाएगा। सिंह राशि वालों को काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है। नौकरीपेशा लोगों का स्थानांतरण हो सकता है। हालांकि, इन दोनों ही स्थितियों में आप अपने लक्ष्यों को पूरा करने में असफल रहेंगे। आप जो भी मेहनत करेंगे, उसके लिए आपको सराहना नहीं मिलेगी। इन समस्याओं से राहत के लिए सिंह राशि वालों का आने वाले 58 दिन तक दुर्गा चालीसा का पाठ राहत दिलाएगा।
कन्या राशि
शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान कन्या राशि वालों को अच्छे परिणाम मिलेंगे। नए-नए दोस्त बनाने और नए लोगों से मिलने का मौका मिलेगा। करियर में प्रदर्शन अच्छा रहेगा। आप जो भी काम करेंगे, उसमें आपकी सराहना होगी। कन्या राशि वालों को पदोन्नति मिलेगी। जिन लोगों का अपना व्यापार है, वह अच्छा लाभ कमाएंगे। बचत करने में कामयाब रहेंगे। हालांकि पैरों में दर्द रह सकता है। लाभ बढ़ाने और समस्या के निदान के लिए शुक्र अस्त अवधि में 58 दिन तक प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
तुला राशि
शुक्र मेष राशि में अस्त होने पर तुला राशि वालों को कामों के सकारात्मक परिणाम आसानी से नहीं मिलेंगे। दोस्त और सहकर्मियों से आपको टक्कर मिल सकती है। तुला राशि वालों पर नौकरी का दबाव हो सकता है। आप नौकरी में बदलाव चाहते हैं या विदेश में नौकरी करने का मन बना रहे हैं तो परिश्रम करना पड़ेगा। तुला राशि वाले मंगलवार और शुक्रवार के दिन मंदिर में देवी दुर्गा की उपासना करेंगे तो उन्हें लाभ होगा।
वृश्चिक राशि
शुक्र अस्त के कारण वृश्चिक राशि वालों के लिए अनुकूल परिणाम पाना थोड़ा मुश्किल रह सकता है। इससे आप असंतुष्ट रहेंगे, नौकरी करने वाले अपना काम समय पर पूरा करने में नाकाम रहेंगे। ऑफिस में वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ रिश्ते में दिक्कत आएगी। काम का दबाव बढ़ेगा, और कड़ी मेहनत की सराहना नहीं मिलेगी। इन समस्याओं के निदान के लिए वृश्चिक राशि वालों को सौंदर्य लहरी का पाठ करना चाहिए। ये भी पढ़ेंः Shani Vakri : शनि चलेंगे उल्टी चाल, ये 3 राशियां होंगी मालामाल, सौभाग्य का मिलेगा साथ धनु राशि
मेष राशि में शुक्र अस्त एलर्जी और सर्दी से जुड़ी समस्याओं से परेशान कर सकता है। कार्यक्षेत्र में आप पर काम का दबाव थोड़ा अधिक हो सकता है, जिसमें ज्यादा समय और ऊर्जा देना होगा। अधिकारियों के साथ भी आपके संबंधों पर असर पड़ सकता है। इस अवधि में आप चाहे जितनी भी कड़ी मेहनत करें, संभव है सराहना न मिले। इससे राहत के लिए धनु राशि वालों को 58 दिन तक किसी मंदिर में भगवान शिव को दूध अर्पित करना चाहिए।
मकर राशि
शुक्र अस्त मकर राशि वालों की सुख-सुविधाओं में वृद्धि करेगा। इस समय आप संतुष्ट रहेंगे। शुक्र अस्त के दौरान आप कोई बड़ा फैसला लेने के बारे में सोच-विचार करने में व्यस्त रहेंगे। आपके भीतर रचनात्मकता बढ़ेगी, इन रूचियों का उपयोग करके अपनी क्षमताओं का विस्तार कर सकेंगे। पेशेवर जीवन में भी अच्छी स्थिति रहेगी, जिससे काम में प्रदर्शन शानदार रहेगा। काम के प्रति आपका समर्पण कार्यक्षेत्र में प्रशंसा दिलाएगा। पार्टनर के साथ रिश्ते में मधुर संबंध बनाए रखने में कामयाब रहेंगे। हालांकि विवाहित महिलाओं को 6 शुक्रवार तक दही चावल का दान करना और लाभदायक होगा।
कुंभ राशि
शुक्र अस्त कुंभ राशि वालों की प्रगति और काम में प्रयासों में बाधा लाएगा। आपका किसी अनजान जगह पर स्थानांतरण हो सकता है जो आपके लिए परेशानी बनेगा। कुंभ राशि के लोगों की भाई-बहनों से बहस या मतभेद हो सकता है। शुक्र अस्त की अवधि में इसके बढ़ने के आसार है, जिससे घर-परिवार में प्रेम की कमी होगी। शुक्र की अस्त अवस्था आपको नौकरी में नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। इससे राहत के लिए प्रतिदिन देवी लक्ष्मी की पूजा करें और उनके सामने घी का दीपक जलाएं।
मीन राशि
शुक्र का मेष राशि में अस्त होना मीन राशि वालों के काम में समस्या लाएगा। साथ ही जीवन में खुशियों की भी कमी रहेगी। कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। इस समय आपके साथ भेदभाव हो सकता है। विशेष रूप से सराहना नहीं मिलेगी, भले ही कितनी भी मेहनत करें। इस समय आप सफलता प्राप्ति और अपने जीवन की बेहतरी के लिए नौकरी के अच्छे अवसरों की तलाश कर सकते हैं। समस्याओं के निदान और लाभ को बढ़ाने के लिए मीन राशि वालों को प्रतिदिन देवी दुर्गा और माता लक्ष्मी की पूजा करें।