यार्ड में मिले 500 बम के खोखे तीन पर केस, कबाड़ी शमीम फरार प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए शमीम के भाई के घर के एक हिस्से को अवैध निर्माण के चलते ढहा दिया है।पुलिस के अनुसार अब तक ध्वस्त यार्ड के भीतर से दो शव बरामद किए गए हैं। लेकिन उनके शरीर के इतने टुकड़े हो चुके हैं कि किसी की पहचान कर पाना मुश्किल है। अंगों को समेटकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। परिवार के डीएनए सेम्पल से मिलान कर पहचान कराने की कोशिश की जाएगी।
यार्ड के मलबे में जिंदा बम होने की आशंका पर शुक्रवार को एनएसजी(नेशनल सिक्योरिटी ग्रुप) और एनडीआरएफ की टीम ने बम निरोधी दस्ते के साथ जांच की। जिसे 500 बम के खोखे मिले हैं। जो जबलपुर की आयुध निर्माणियों के बताए जा रहे हैं। जिनके प्रबंधन के भी बयान होंगे। एनएसजी शनिवार को भी यह जांच जारी रखेगी। मामले में यह भी दावा किया जा रहा है कि एनआईए नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी द्वारा भी मामले की जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टी नहीं की गई है।
यह है मामला नेशनल हाइवे के खजरी खिरिया बायपास स्थित हिस्ट्रीशीटर गुुडे शमीम कबाड़ी के कबाडख़ाने में गुरुवार दोपहर विस्फोट हुआ था। विस्फोट इतना खतरनाक था कि लगभग आठ से दस हजार वर्गफीट में फैला कबाड़खाना पूरी तरह से ढह गया वहीं विस्फोट की गूंज और धमक लगभग पांच से छह किलोमीटर तक के इलाके में सुनाई दी थी। घटना के बाद से यह आंशका जाहिर की जा रही है कि स्क्रेप में शमीम द्वारा जिंदा बम ले आया गया और उसी के फटने से विस्फोट हुआ था।
मृतकों की संख्या दो से अधिक होने की संभावना कम है। दिल्ली से आई नेशनल सिक्युरिटी ग्रुप के बम निरोधक दस्ते द्वारा जांच की जा रही है। जांच के बाद यह पता चल सकेगा कि आखिरकार विस्फोट की वजह क्या था और यदि वह किसी बारूद से हुआ, तो वह कौन सा था। शमीम उसके बेटे फहीम समेत एक अन्य पर प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपियों के अवैध अतिक्रमण को भी तोडऩे की कार्रवाई की गई है। फिलहाल एनआईए घटना की जांच में शामिल नहीं है।
- अनिल सिंह कुशवाह, आईजी