भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने तीखे प्रहार करते हुए आरोप लगाया है कि किसानों के नाम पर प्याज में अफसर, नेता और दलाल मलाई खा रहे हैं।
उन्होंने यह भी सवाल किया है कि ट्रांसपोर्टरों के लाभ के लिए 40% ढुलाई दर में वृद्धि किसानों के लिए तो नहीं थी? इसके अलावा उन्होंने संसद में पेश कैग की रिपोर्ट को लेकर मोदी सरकार पर भी ताना मारा।
अजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि अब तो ‘उन्हें (मोदी को) यह भी बता दिया गया है कि हमारे पास सिर्फ 10 दिनों का युद्ध सामान है। ये तो बुरे दिन की शुरुआत हो गई।’ एक अन्य ट्वीट में अजय सिंह ने कहा ‘56 इंच का सीना 2014 के बाद दिखा नहीं, पाकिस्तान, चीन और आतंकवादी सब अपना सीना दिखा रहे हैं।
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर प्याज खरीदी से संबंधित जानकारी मांगी। नाथ ने लिखे पत्र में यह भी कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि यह जानकारी उन्हें जल्द दे दी जाएगी।
कमलनाथ ने ये पूछे हैं सवाल:
– इस अवधि के दौरान, विभिन्न जिलों के खरीदी केंद्रों पर, जिलेवार खरीदी प्याज का आंकड़ा और कुल कितने मीट्रिक टन प्याज की खरीदी हुई?
– कितने खरीदी केंद्र कितने बनाये गये। यह सूची मांगी है।
– इसके साथ ही यह भी पूछा है कि सरकारी खजाने से कुल कितने रुपये की प्याज खरीदी का भुगतान किया गया।
– खरीदी गई प्याज के भंडारण व परिवहन पर कुल कितनी राशि खर्च की गई।
– कितना प्याज कहां व किस राज्य व जिले में किस व्यापारी को या अन्य किसी एजेंसी को किस दर पर किस माध्यम से बेचा गया?
– प्याज बेचने से कुल कितनी राशि प्राप्त हुई व कितनी बकाया है?
– कितना प्याज आज भी सरकारी या निजी गोदामों में रखा हुआ है।
– कितना प्याज कंट्रोल पर लोगों को सस्ता उपलब्ध कराने के लिए या बेचने के लिए भेजा गया है।
– भंडारण के अभाव में, बरसात में भीगने से या अन्य कारण से प्याज, खराब हुआ है? तो कितना? यह भी उन्होंने अपने पत्र में पूछा है।
प्याज में कमीशनखोरी…
नागरिक आपूर्ति निगम के जीएम श्रीकांत सोनी ने सिर्फ शाजापुर जिले में प्याज बिक्री में कमीशनखोरी नहीं की है, बल्कि आरोप है कि सोनी ने भोपाल और उज्जैन जिलों की विभिन्न मंडियों में यह गोरखधंधा चल रखा था। ईओडब्ल्यू तीनों जिलों के प्याज खरीदी के पूरे रिकॉर्ड को जल्द ही जब्त करने की तैयारी कर रहा है।
इससे पहले ईओडब्ल्यू ने कल ही सोनी का चैम्बर सील कर दिया था। गौरतलब है कि प्याज बिक्री के नाम पर सोनी पर कमीशनखोरी का आरोप लगा है। सोनी को आज जिला अदालत में पेश किया गया। सूत्रों के अनुसार सोनी को कल शाम को ही ईओडब्ल्यू ने पूछताछ के लिए बुला लिया था।
करीब एक घंटे की पूछताछ में सोनी ने बताया कि शाजापुर में करीब 22 हजार क्विंटल प्याज की खरीदी को लेकर उससे बात की गई थी। इतना प्याज मालगाड़ी के एक रैक में जाता है।
सोनी ने पूछताछ में यह भी बताया है कि उसने भोपाल और उज्जैन के अलावा शुजालपुर, अकोदिया की मंडी में भी हेराफेरी कर कमीशनखोरी की है।