दुर्लभ बीमारी के कारण हुआ ऎसा
डॉक्टरों के मुताबिक यह बच्ची इंट्रा-यूट्रीन ग्रोथ रिटार्डेशन नाम की दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है। इस बीमारी की वजह से इसके शरीर की चमड़ी किसी बूढ़ी महिला जैसी है। यह बच्ची बहुत कमजोर है और इसके पूरे शरीर पर झुर्रियां है। इसके अलावा इस बच्ची के दिल में भी है। इसने 7 महीनों में जन्म लिया है तथा इसका वजन 800 ग्राम है। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक आनुवांशिक बीमारी भी हो सकती है। उनका कहना है कि ऎसी बीमारी 1000 नवजात बच्चों में से एक या दो में देखने को मिलती है।
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दादा का दिल पसीजा लेकिन मां-बाप का नहीं
इस बच्ची के पालन-पोषण का जिम्मा इसके दादा दिलीप डोडे ने उठाया है, लेकिन मां ममता डोडे और पिता अजय डोडे ने इसे पूरी तरह ठुकरा दिया है। दादा इस बच्ची के महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक गांव से मुंबई के इस अस्पताल में इलाज के लिए लेकर आए हैं। दिलीप का कहना है कि अजीब शरीर के साथ जन्म लेने के कारण गांव के सभी लोग इस बच्ची को देखने आए, लेकिन किसी ने भी इसे गोद में उठाने की हिम्मत नहीं दिखाई। गांव वालों को डर था कि इस बच्ची की बीमारी कहीं उन्हें भी न लग जाए।
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अस्पताल उठाएगा पूरा खर्चा
खराब स्थिति होने के बावजूद बच्ची के प्रति दादा प्यार देख अस्पताल वालों का भी दिल पसीज गया। इसके चले अस्पताल ने इस बच्ची के इलाज का खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली है। इसके इलाज में लगभग 5 लाख रूपए तक खर्च होंगे। इसके अलावा अस्पताल ने दिलीप के रहने का पूरा बंदोबस्त भी किया है। हालांकि हॉस्पिटल के डॉक्टरों को इस बच्ची को इंट्रा-यूट्रीन ग्रोथ रिटार्डेशन नाम की दुर्लभ बीमारी होने का शक है, लेकिन उनका कहना है कि हकीकत सारी जांचें सामने आने के बाद ही पता चलेगी।