चंडीगढ़। एक तरफ जहां हरियाणा की खट्टर सरकार एक हजार दिन पूरे होने पर अपनी उपलब्धियां गिनवा रही है वहीं पूर्व मुख्यमंत्री
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देते हुए मुख्यमंत्री को विकास के मुद्दे पर बहस की चुनौती दी है।
हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एक हजार दिन में भाजपा सरकार एक भी नया प्रोजैक्ट लेकर नहीं आई, बल्कि उनके कार्यकाल में शुरू हुई पुरानी परियोजनाओं तक को बंद कर दिया गया। हुड्डा ने 53 हजार सरकारी नौकरियां देने के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दावे को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि जिन 50 हजार कर्मचारियों के रोजगार छीने गए, पहले उनका हिसाब भी जारी करें।
भाजपा अध्यक्ष
अमित शाह के रोहतक दौरे पर हुड्डा ने कहा कि वहां भाजपा, इनेलो, बसपा और कम्यूनिस्ट पार्टियों के राज्य स्तरीय दफ्तर हैं। शाह भी अपने स्तर में ही कार्यकर्ताओं से बात करने आ रहे हैं। उनके रोहतक आगमन के राजनीतिक मायने कतई नहीं हैं।
हुड्डा ने भाजपा को झूठ, लूट और फूट की सरकार बताते हुए कहा कि एसवाईएल पर जल्दी सुनवाई की अर्जी हमारी सरकार के कार्यकाल में दाखिल की गई थी। भाजपा हमेशा अंग्रेजों की पक्षधर पार्टी रही है। अपनी बात को वजन देने के लिए हुड्डा ने भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए
जाट आंदोलन का उदाहरण दिया। हुड्डा ने कहा कि पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह की रिपोर्ट में सरकार की पोल खुल चुकी है। आंदोलन को उकसाने वाली भाजपा सरकार अब इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से घबरा रही है।
हुड्डा ने कहा कि कंप्यूटर से एक क्लिक पर 40 हजार तबादले करने का श्रेय लूट रहे मुख्यमंत्री को मालूम होना चाहिए कि कंप्यूटर में तबादले वाले शिक्षक का नाम चढ़ाने के लिए भी हजारों रुपए लिए गए हैं। मत्स्य पालन और हारट्रोन में नौकरियों में भ्रष्टाचार की पोल खुल चुकी। धरातल पर भ्रष्टाचार कम होने की बजाय बढ़ा है।
हुड्डा ने कहा कि तीन साल में हरियाणा की प्रति व्यक्ति आय घट गई। 2005 में जब हमने सत्ता संभाली थी, तब 37 हजार रुपये वार्षिक प्रति व्यक्ति आय थी। 2014 में 1 लाख 48 हजार रुपये तक प्रति व्यक्ति आय पहुंची। मनोहर सरकार में यह घटकर 1 लाख 35 हजार पर रह गई, जो अभी तक 1 लाख 48 हजार भी नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और उसके काम सिर्फ कागजों में हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा किसान-मजदूर पंचायतों का अगला दौर सितंबर में शुरू करेंगे। सात जिलों में रैलियां कर दमखम दिखा चुके हुड्डा अब सितंबर में दादरी, पलवल और हिसार जिलों में रैलियां करने की तैयारी में हैं। व्यापारी सम्मेलन इन रैलियों से अलहदा किए जाएंगे।