अंबिकापुर/बलरामपुर. बलरामपुर पुलिस व एसआईबी की टीम ने 3 इनामी नक्सलियों को पकडऩे में सफलता हासिल की है। तीनों वर्ष 2002-03 में बलरामपुर जिले में अलग-अलग 23 नक्सली वारदातों में शामिल थे। पुलिस को सोमवार की रात मुखबिर से सूचना मिली तो उन्होंने तड़के उसके निवास स्थल की घेराबंदी की।
इस दौरान पुलिस को देखकर वह भागने लगा तो उसे दौड़ाकर पकड़ लिया गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी को झारखंड से गिरफ्तार किया। जबकि एक अन्य नक्सली को भी रात में पुलिस ने धरदबोचा। तीनों के खिलाफ स्थायी गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ था। सभी को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
आईजी हिमांशु गुप्ता व नवपदस्थ बलरामपुर-रामानुजगंज एसपी डीआर आंचला व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन पंकज शुक्ला के निर्देशन में रामानुजगंज पुलिस, चांदो पुलिस व एसआईबी बलरामपुर की टीम ने मंगलवार की सुबह 3 इनामी नक्सलियों को पकडऩे में सफलता अर्जित की है।
इन सभी के खिलाफ न्यायालय द्वारा स्थायी गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया था। सोमवार की रात पुलिस को नक्सली गतिविधियों में शामिल सूरजदेव भूइयां पिता स्व. रामदास 40 वर्ष को उसके गांव जोनीडांड़, भंडरिया में देखे जाने की सूचना मिली।
सूचना मिलते ही पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार की तड़के उसके घर की घेराबंदी की। इसकी भनक लगते ही सूरजदेव जंगल की ओर भागने लगा, जिसे पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया। पूछताछ में उसने पूर्व में नक्सली कमांडर राजेंद्र खैरवार व ओमप्रकाश के संगठन का सक्रिय सदस्य होना स्वीकार किया।
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी नंदकेश्वर ठाकुर पिता स्व. सूरजदेव ठाकुर 41 वर्ष को भी उसके निवास स्थान झारखंड के ग्राम परसवार थाना भंडरिया, वर्तमान निवास गढ़वा से गिरफ्तार कर लिया। इधर पुलिस को नक्सली प्रदीप मिस्त्री पिता स्व. महादेव उम्र 40 वर्ष ग्राम पर्रो, थाना भंडरिया झारखंड के बारे में भी मुखबिर से सूचना मिली।
इस पर एसआईबी बलरामपुर सहित रामानुजगंज व चांदो थाना की संयुक्त टीम ने रात में उसे भी घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। तीनों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
कार्रवाई में रामानुजगंज थाना प्रभारी सी. तिग्गा, एसआई अमित बघेल, एएसआई राजकुमार साहू, प्रधान आरक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा, आरक्षक विकास गुप्ता, राकेश तिवारी, संजय तिवारी, नागेंद्र पांडेय, मिथलेश पाठक, सुनील रजक, अजेश पाल, चांदो थाना प्रभारी उमेश बघेल, आरक्षक प्रकाश राज, राजेंद्र मढेवाल, जुगेश्वर खलखो शामिल थे।
तीनों के खिलाफ 23 प्रकरण पकड़े गए तीनों नक्सली वर्ष 2002-03 में अलग-अलग 23 नक्सली वारदातों में शामिल थे। इसमें से अकेले प्रदीप मिस्त्री के खिलाफ 12 प्रकरण दर्ज हैं। इन सभी के खिलाफ न्यायालय द्वारा स्थायी गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया था। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्हें गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की।
कार्रवाई जारी रहेगी इस जिले में अब नक्सलियों को पनपने नहीं दिया जाएगा। उनके पूर्व में रहे सहयोगियों पर भी पुलिस नजर बनाए हुए हैं। वहीं नक्सली वारदातों में शामिल स्थायी वारंटियों की धरपकड़ आगे भी जारी रहेगी। पंकज शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नक्सल ऑपरेशन