जबलपुर, भोपाल। नेता-प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शुक्रवार को सदन में यह कहकर सनसनी मचा दी कि हमारे बीच एक एेसा व्यक्ति मौजूद है जो पुलिस रिकॉर्ड में फरार है, जिसकी जांच जबलपुर एसआईटी कर रही है। हालांकि सिंह ने उनके नाम का खुलासा नहीं किया। बताया जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष का ये इशारा महाकौशल क्षेत्र के एक भाजपा विधायक की तरफ था। इस खुलासे पर गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह बोले, वे उनसे चर्चा करके पूछ लेंगे कि वह कौन है।
अजय सिंह ने कहा कि वह व्यक्ति हममें से ही एक है, इसलिए उसका नाम नहीं लेना चाहता। स्पीकर ने कहा, गृहमंत्री आपसे मिलकर चर्चा कर लेंगे। तब गृहमंत्री भी सदन में ही अजय सिंह के पास पहुंचे और चर्चा कर लौट आए। गृहमंत्री ने परिसर में कहा, मुझे नहीं पता वो व्यक्ति कौन है। अजय सिंह ने भी उस व्यक्ति का नाम बताने से इनकार कर दिया। इस वाक्ये के बाद ये विषय पूरे सदन में चर्चा का विषय बना रहा। वहीं प्रदेश की राजनीति में नया मुद्दा छा गया है। सभी ये जानना चाहते हैं कि ऐसा कौन सा व्यक्ति सदन में मौजूद था। तो चलिए हम बताते हैं उस व्यक्ति के बारे में…
मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह उर्फ राहुल भैया ने जिस व्यक्ति को फरार बताया था, वह कोई और नहीं दमोह सांसद के भाई और नरसिंहपुर जिले से विधायक जालम सिंह पटेल हैं। अजय सिंह ने संसद में जिस एसआईटी जांच की बात कही थी, वह इन्हीं के खिलाफ हुई थी। दरअसल, विधायक जालम सिंह पटेल व उनके पुत्र मोनू पटेल व अन्य के खिलाफ दर्ज अपराधिक प्रकरण की जबलपुर एसआईटी ने जांच पूरी कर ली है और इस मामले में इनकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी प्रयास कर रही है। यह जवाब नरसिंहपुर एसपी ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को भेजे पत्र में कहा है। हलांकि इस दौरान विधायक सार्वजनिक आयोजनों में सम्मिलित भी हो रहे हैं। साथ ही विधानसभा की कार्रवाई में भी भाग ले रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक मुकेश श्रीवास्तव द्वारा 25 मई 2017 को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग एक नोटिस का जो जवाब भेजा है उसमें कहा गया है कि 18 नवंबर 2014 को विधायक जालम सिंह एवं मोनू पटेल ने अपने साथियों सहित मुकेश चौकसे पर हमला किया था। इन्होंने मुकेश के अलावा देवेंद्र चौकसे से भी मारपीट की। जिसकी रिपोर्ट थाना गोटेगांव में दर्ज कराई गई थी। नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल, उनके पुत्र मोनू पटेल व अन्य के खिलाफ गोटेगांव थाना में अपराध क्रमांक 716/14,धारा 147,148,149,307, 186, 353,332 भादवि एवं अपराध क्रमांक 717/14 धारा 147,148,149,307,186,353,332 भादवि दर्ज किया गया था। इस मामले में एसआईटी जबलपुर जांच कर रही है। आयोग को भेजे एक अन्य जवाब में यह कहा गया है कि प्रकरण में आरोपी मोनू पटेल,जालम सिंह पटेल,सचिन पाठक,विट्ठल राय,राजू शूटर सहित 20 लोगों के खिलाफ धारा 147,148,149,307,186,353,332,325,333 भादवि के अपराध के सबूत पाए गए हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी प्रयास कर रही है। प्रकरण में विवेचना जारी है।
सूचना के अधिकार में सामने आया पत्र-
विधायक व उनके पुत्र के खिलाफ दर्ज प्रकरण में कार्रवाई नहीं होने पर एक शिकायतकर्ता ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया था कि प्रभावशाली लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं करती है।
राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग ने जो जानकारी मांगी थी वह हमने भेज दी। वैसे यह घटना मेरे कार्यकाल की नहीं थी। मेरा ट्रांसफर हो चुका है इसलिए इस मामले में कुछ नहीं कहूंगा।
– मुकेश श्रीवास्तव, तत्कालीन एसपी