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5 लाख लीटर पानी लेकर लातूर पहुंची ट्रेन, अब बुझेगी प्यास

महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाके लातूर की प्यास बुझाने के लिए पानी वाली ट्रेन पहुंच गई है। ट्रेन से कुल 5 लाख लीटर पानी भेजा गया है

Apr 12, 2016 / 08:19 am

भूप सिंह

Latur’s water train

Latur’s water train

मुंबई। महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाके लातूर की प्यास बुझाने के लिए पानी वाली ट्रेन पहुंच गई है। ट्रेन से कुल 5 लाख लीटर पानी भेजा गया है, जिसे साफ कर लोगों तक जल्द पहुंचाया जाएगा। 10 वैगनों वाली वॉटर ट्रेन हर वैगन में 50 हजार पानी लेकर सोमवार देर रात लातूर पहुंची। इस पानी से पानी की बूंद के लिए तरस रहे लातूर को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। ट्रेन के जरिए 25 लाख लीटर पानी पहुंचाए जाने की योजना है। केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि दस राज्यों में हालात खराब हैं। लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने कहा, हम लातूर को पानी देंगे। क्या दिल्ली वालों को लातूर भेजने के लिए पानी नहीं बचाना चाहिए?

5-7 किमी. दूर होगा पानी का स्टोरेज
प्रशासन ने लातूर से करीब 5-7 किलोमीटर दूर एक कुंए में यह पानी स्टोर करने का फैसला किया है। लातूर प्रशासन शहर को पानी पहुंचाने के लिए 70 टैंकरों की सेवा लेगा। इसकी कुछ क्षमता 22 हजार लीटर है।

अगले सप्ताह मिल सकता है 50 लाख लीटर पानी
लातूर महानगर पालिका के कमिश्नर सुधाकर तेलंग ने कहा कि यह भी ट्रायल रन है। उन्होंने कहा कि एक ट्रेन में 50 टैंकर तक पानी आ सकता है यानी एक ट्रेन से करीब 25 लाख लीटर पानी पहुंचाया जा सकता है। ऐसे में उम्मीद है कि अगले सप्ताह ट्रेन के जरिए लातूर को 50 लाख लीटर पानी और मिल सकता है। तेलंग ने कहा कि फिलहाल पानी को लेकर लोगों में तनाव की स्थिति नहीं है। गौरतलब है कि लातूर में पानी को लेकर धारा 144 लगी हुई है।

शुक्रवार को पहुंच सकती है अगली ट्रेन
खबरों के अनुसार अगली ट्रेन शुक्रवार तक लातूर पहुंचने की उम्मीद है। राज्य सरकार और रेल मंत्रालय ने मिलकर शहर को पानी पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया है। तेलंग ने कहा कि करीब बांध से भी लातूर को 30-35 लाख लीटर पानी रोजाना मिलता है ऐसे में अगर ट्रेन से भी पानी आ जाएगा तो स्थिति में काफी सुधार होगा। उन्होंने यह भी कहा बारिश होने तक अस्थायी सिस्टम से लोगों को पानी पहुंचाना पड़ेगा।

कहां-कहां हैं सूखे जैसे हालात!
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में नदी और डैम पूरी तरह से सूख चुके हैं। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य भी बेहाल। यूपी और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड में बंदूकों के सहारे पानी की निगरानी की जा रही है।

बढ़ रहा पलायन
सूखे की वजह से मुंबई की ओर पलायन बढ़ गया है। लातूर और नांदेड़ से किसानों और खेतिहर मजदूरों का मुंबई आना शुरू हो गया है। ये लोग मुंबई के घाटकोपर के भेडवाड़ी में पिछले दो महीने से आकर रुके हैं।

मोदी ने बुलाई आपात बैठक
इधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूखे को लेकर आपात बैठक बुलाई और हाई लेवल रिव्यू निर्देश दिए हैं। मोदी ने बुंदेलखंड, विदर्भ और मराठवाड़ा में सूखे का जायजा लेने के लिए उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जल की उपलब्धता का आकलन करने और एकत्रित सूचना के आधार पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए केंद्रीय जल आयोग की टीम को पूरे देश में भेजा जा रहा है।

बेंगलूरु में आईपीएल पर जनहित याचिका
सूखा से जूझ रहे राज्य में आईपीएल मैच के आयोजन पर आपत्ति जताते हुए मुंबई के बाद कर्नाटक हाईकोर्ट में भी एक जनहित याचिका सोमवार को दायर की गई। अधिवक्ता दिवाकर ने अपनी याचिका में अदालत से आग्रह किया है कि आईपीएल मैचों के दौरान 27 दिन में पानी के होने वाले उपयोग का लेखा-जोखा लिया जाए। वहीं, सूखे की स्थिति में पानी के वाणिज्यिक उपयोग के लिए एक नीति बनाई जाए।

साईं पूजा की देन सूखा : स्वरूपानंद
द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग साईं बाबा की पूजा करते हैं और यह सूखा उसी की देन है। वहीं शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को भी गलत बताया। उन्होंने कहा कि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं का प्रवेश भी दुर्भाग्य साबित होगा। शनि एक क्रूर ग्रह है और उसकी पूजा से महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ेंगे।

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