नई दिल्ली। रेल मंत्री रहते साल 2006 में रेलवे के होटल को एक निजी कंपनी को देने के मामले में शुक्रवार को सीबीआई ने लालू यादव के घर समते 12 जगहों पर छापेमारी की। इस छापेमारी के बाद से बिहार की राजनीति गरमा गई है। लालू और आरजेडी के नेता इस छापेमारी के पीछे केंद्र सरकार का हाथ बता रही है, तो वहीं केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने प्रेस कांफ्रेंस कर स्पष्ट किया कि छापेमारी कानून के तहत की जा रही है। इसके पीछे केंद्र सरकार का कोई हाथ नहीं है। यह कोई पहला मामला नहीं है जब लालू यादव और उनके परिवार पर घोटले के आरोप लगे हैं, इससे पहले भी कई मामलों में लालू यादव और उसके परिवार के सदस्य फंस चुके हैं।
चारा घोटाला
बिहार पुलिस ने 1994 में रांची, गुमला, पटना, डोरंडा जैसे कई इलाको के कोषागारों से फर्जी बिल के जरिए करोड़ रुपये की अवैध निकासी का मामला दर्ज किया। जिसके बाद मामले में कार्रवाई करते हुए सरकारी कोषागार और पशुपालन विभाग के सैकड़ों कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था। 1996 में सीबीआई की शुरुआती जांच में पता चला कि चारा घोटाले में शामिल ज्यादातर लोगों के तार लालू की पार्टी आरजेडी से जुड़े थे। उस वक्त लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे। विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि इतना बड़ा घोटला तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू यादव के मिलीभगत के बिना हो ही नहीं सकता है। शुरुआत में तो यह घोटला कुछ ही करोड़ का लग रहा था लेकिन जांच के बाद 950 करोड़ से ज्यादा का घोटाला सामने आया। 3 अक्टूबर 2013 को सीबीआई अदालत ने लालू यादव को पांच साल की सजा के साथ उन पर 25 लाख का जुर्माना लगाया था।
बेनामी संपति मामले में फंसा परिवार
बेनामी संपति मामले में भी आरजेडी प्रमुख लालू यादव और उनके परिवार पर आयकर विभाग शिकंजा कस रहा है। आयकर विभाग ने लालू की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की कुछ संपत्तियों को बेनामी संपत्ति के अंतर्गत अटैच किया है। मीसा, तेजस्वी और मीसा के पति शैलेश पर यह कार्रवाई वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में की गई है। आरोप है कि मीसा, शैलेश, तेजस्वी और तेज प्रताप यादव ने एक हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति पटना और दिल्ली में खरीदी है।
मिट्टी घोटाले में फंसे तेज प्रताप
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने लालू के बेट और बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव पर मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया था। तेज प्रताप पर आरोप है कि उन्होंने अपनी ही जमीन की मिट्टी पटना चिड़िया घर को 90 लाख में भेज दी थी।
राबड़ी पर काम के एवज में फ्लैट्स लेने का आरोप
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी पर आरोप लगाया है कि वे 18 फ्लैट्स की मालकिन है। राबड़ी ने ये फ्लैट्स लालू के रेल मंत्री और खुद मुख्यमंत्री रहते लिखवाया था, जिसकी मौजूदा किमात 20 करोड़ रुपये से ज्यादा है। राबड़ी पर आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते नौकरी, ठेका आदि के एवज में ये जमीन लिखवाई गई है।
तेज प्रताप पर भी सुशील मोदी ने लगाए आरोप
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने खुलासा किया था बीजेपी सांसद रमा देवी ने लालू के बेटे तेज प्रताप को 1992 जमीन दान में दी थी। सुशील मोदी के मुताबिक उस वक्त तेज प्रताप की उम्र तीन साल थी। सुशील ने लालू से सवाल किया है कि तेज प्रताप ने आखिर तीन साल की उम्र में ऐसा क्या काम कर दिया कि उन्हें जमीन दान में मिली। उन्होंने मामले में भी घोटले का आरोप लगाया है।
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