वाराणसी. बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को पार्टी के दिग्गज दलित नेता इंद्रजीत सरोज को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इंद्रजीत सरोज ने पार्टी से बाहर आते ही मायावती को पैसे के लिये पागल बताते हुए कई गंभीर आरोप लगाये हैं। पैसे लेने का यह आरोप मायावती पर कोई नया नहीं है। विधानसभा चुनाव के पहले भी जिन नेताओं ने बसपा का दामन छोड़ा था या जिन्हें पार्टी से निकाला गया था, उन नेताओं ने भी मायावती को दौलत की भूखी बताया था। पिछले एक साल में जिन बड़े नेताओं को बसपा से निकाला गया और जिन्होंने पार्टी छोड़ी उनमें स्वामी प्रसाद मौर्या, ब्रजेश पाठक, नसीमुद्दीन और इंद्रजीत सरोज शामिल हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्या
स्वामी प्रसाद मौर्या ने बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगते हुए बीएसपी से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद मायावती ने मौर्य के आरोपों का जवाब देते उन्हें पार्टी से निष्काषित कर दिया था। स्वामी प्रसाद ने कहा था कि मायावती दलितों के लिये नहीं बल्कि सिर्फ अपने लिये संघर्ष करती हैं। उनका दलितों से कोई लेना-देना नहीं है।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी
नसीमुद्दीन सिद्दीकी बीएसपी का मुस्लिम चेहरा माने जाते थे। विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें पार्टी के जनरल सेक्रेटरी के पद से हटा दिया गया था। नसीमुद्दीन सिद्दीकी का आरोप था कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने उनसे 50 करोड़ रुपये मांगे हैं। उन्होंने फोन पर रिकॉर्ड की गई बातचीत भी जारी की थी, जिसमें कथित रूप से मायावती पैसे मांगते हुए सुनी गई थीं। इस पर मायावती ने कहा था कि वह सदस्यता बनाने के लिए दिए गए पार्टी फंड को वापस मांग रही थीं। इंद्रजीत सरोज
बसपा प्रमुख मायावती ने कौशांबी के मंझनपुर विधानसभा से चार बार विधायक रहे इंद्रजीत सरोज ने मायावती पर भी बड़ा हमला बोला है। इंद्रजीत सरोज ने कहा कि मायावती पैसे के लिए पागल हो गई है। इनको पैसे लेने की बीमारी हो गई है। मायावती को किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए जिससे इनके पैसे लेने की लत छूट जाये और पार्टी लगातार गर्त में जा रही है।