घटना थाना नगला सिंघी क्षेत्र के गांव गदलपुरा की है। 65 वर्षीय शिवप्यारी पत्नी स्व. गीतम सिंह गांव में बेटे भूरी सिंह के साथ रहती है। रविवार को महिला का भाई महाराज सिंह पुत्र प्योरलाल निवासी जरारा मक्खनपुर रविवार शाम को बहन के यहां आया था। देर शाम को बारिश होने के कारण यहीं रूक गया था।
सोमवार सुबह करीब 11 बजे बेटा किसी काम से बाहर चला गया था। घर में भाई-बहन बैठे हुए थे। तभी तेज आवाज के साथ मकान धराशाही हो गया और दोनों मलबे के नीचे दब गए। आवाज सुनकर आस-पास के लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। लोगों ने किसी तरह मलबा हटाकर दोनों को बाहर निकाला। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। आनन-फानन में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंचे पुत्र ने बताया कि मलबे में उनका सब कुछ बर्बाद हो गया।
करीब 11 बोरी सरसों, 16 बोरी गेहूं और कीमती कपड़ों के साथ घरेलू सामान भी मलबे में दब गया। उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। मेहनत मजदूरी करके वह परिवार का पालन पोषण कर रहा था। मकान गिर जाने के कारण उनके पास अब सिर छिपाने को भी जगह नहीं बची है।