केजरीवाल ने सभी पंजीकृत पार्टी स्वयंसेवकों को भेजे एक ईमेल पत्र में कहा कि ऐसा कोई कारण नहीं है कि पार्टी को हार मान लेनी चाहिए। हमें इन परिणामों के नतीजों को समझने के लिए कुछ समय की आवश्यकता पड़ेगी, लेकिन हमें फिलहाल यह समझ लेना चाहिए कि हार और जीत हमारे राजनीतिक संघर्ष का हिस्सा होंगे।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के पास 18 सीटें और मत प्रतिशत का आंकड़ा 20 हैं इसी तरह महाराष्ट्र में कांग्रेस के पास 15 सीटें और 18 प्रतिशत वोट की हिस्सेदारी है। जब उन्होंने हार नहीं मानी तब ऐसा कोई कारण नहीं है कि हम हार मान लें या हताश हो जाएं।
पार्टी संयोजक ने कहा कि हालांकि हमें उम्मीदों के अनुरुप नतीजे नहीं मिले हैं लेकिन अब हम पंजाब में हम विपक्ष में हैं और गोवा में हमारा वोट प्रतिशत छह है और अब हम एक राष्ट्रीय पार्टी बनने से मात्र एक राज्य की दूरी पर हैं।