इस मौके पर पर्रिकर सरकार ने 22 विधायकों के समर्थन से बहुमत हासिल कर लिया। गौरतलब है कि गोवा में विधानसभा की 40 सीटें हैं। वहीं सरकार के विरोध में 16 वोट पड़े। कांग्रेस विधायक विश्वजीत राणे ने वोटिंग का बहिष्कार किया।
बहुमत का भरोसा सीएम पर्रिकर ने भरोसा जताया था कि वह आसानी से बहुमत साबित कर देंगे। राज्यपाल ने पर्रिकर सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद गुरुवार को ही बहुमत साबित करना पड़ा।
मंगलवार शाम नौ मंत्रियों के साथ शपथ लेने वाले पर्रिकर के पास 22 विधायकों का समर्थन था जो 40 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के जादुई आंकड़े 21 से एक अधिक है। भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी।
पर्रिकर ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्रियों वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी, जे.पी. नड्डा सहित शीर्ष पार्टी नेताओं और अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में शपथ ली थी। पर्रिकर के साथ ही नौ मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई। इनमें महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के सुदिन धवलीकर और मनोहर अजगांवकर तथा गोवा फॉरवर्ड के विजय सरदेसाई, विनोद पलिनकर व जयेश सालगांवकर और भाजपा के फ्रांसिस डिसूजा, पांडुरंग मडकैकर तथा निर्दलीय गोविंद गावडे व रोहन खाउंटे शामिल हैं।