लाइबेरिया पोत मंगलवार को शाम 4 बजकर 45 मिनट के आसापास अदन की खाड़ी से गुजर रहा था, तभी उसे दो बड़ी और 8 छोटी नौकाओं ने घेर लिया। जिसके बाद पोत लार्ड माउंटबेटन ने बिना देर किए समुद्री क्षेत्र में तैनात भारतीय नौसेना को इसकी सूचना दी। और मदद की गुहार लगाई।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, जानकारी मिलते ही आईएनएस शारदा ने तेजी से घटनास्थल की ओर रवाना हो गया। शारदा जब पहुंचा तो उस समय लगभग 6 बज रहे थे। जिसके बाद उन्होंने समुद्री डकैतों के खिलाफ कार्यवाई की। और वह भाग खड़े हुए।
इस कार्यवाई के बाद नौसेना के जांबाज मारकोस कमांडो ने बिना समय गंवाए हथियारों से लैस हेलिकॉप्टर की मदद से छोटी नौकाओं की जांच और तलाशी की। जिसके बाद इन नौकाओं में मछली पकड़ने का समान नहीं मिलने पर कमांडो शक हुआ। जिसके बाद एक अन्य बड़ी नाव से कमांडो को एके एम रायफल और 28 राउंड के कारतूस मिले। जिसे जब्त कर लिया गया।
वहीं कार्यवाई खत्म होने के बाद भारतीय नौसेना ने नौकाओं को छोड़ दिया। ध्यान हो कि अदन खाड़ी में पिछले महीने नौसेना ने एक पोत को बचाया था। जिसे सोमालिया के लुटेरों ने अगवा कर लिया था। तो वहीं भारतीय नौसेना इससे पहले भी कई बार व्यापारी जहाजों को समुद्री डकैतों के चंगुल से मुक्त करा चुकी है।