नोटबंदी के फैसले के बाद प्रधानमंत्री का 25 दिसंबर को यह दूसरा ‘मन की बात’ संबोधन है। ऐसे में माना जा रहा है कि वह नोटबंदी पर भी अपने विचार रख सकते हैं। मन की बात का यह इस वर्ष का अंतिम संस्करण होगा।
प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में विभिन्न मुद्दों और समस्याओं पर आम जनता से विचार और सुझाव मांगे हैं। ये सुझाव फोन, ईमेल, सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों और ऐप के जरिए प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे जा सकते हैं। इन विचारों और सुझावों को प्रधानमंत्री अपने संबोधन में शामिल करते हैं और अपने विचार व्यक्त करते हैं।
प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखने के लिए यहां करें क्लिक मन की बात कार्यक्रम प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को आकाशवाणी के सभी केंद्रों से सुबह 11.00 बजे प्रसारित होता है। अगले दिन इसे क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित किया जाता है।