राजनाथ ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को प्रचलन से बाहर करने के सरकार के निर्णय के बारे में जारी बयान में कहा कि यह कदम भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंकवाद के वित्त पोषण पर लगाम लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है। सरकार के इस ऐतिहासिक, साहसिक और राष्ट्रहित में लिए गए इस निर्णय से काले धन के स्रोत पर तो लगाम लगेगी ही राजनीति और प्रशासनिक काम काज में शुचिता भी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि इस फैसले से थोड़े समय के लिए तो कुछ कठिनाई अनुभव हो रही है जिसके बारे में सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ हर स्तर पर प्रत्यनशील है और जल्दी ही स्थिति सहज और सामान्य हो जाएगी। गृह मंत्री ने लोगों का अभिनंदन करते हुए कहा है कि जनता ने जिस तरीके से इस फैसले का स्वागत किया है और काले धन के खिलाफ सरकार की मुहिम का समर्थन किया है वह निश्चित रूप से सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के फैसले वही नेता करते हैं जो केवल सरकार बनाने के लिए राजनीति नहीं करते बल्कि समाज और राष्ट्र निर्माण की खातिर राजनीति करते हैं। गौरतलब है कि सरकार ने आठ नवम्बर की आधी रात से 500 और 1000 रुपए के नोटों को प्रचलन से बाहर करने का निर्णय लिया था। इसके बाद से लोगों को अपने पुराने नोट बदलवाने और नए नोट लेने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। विपक्षी दलों ने सरकार की इस मुहिम का विरोध करते हुए इसे मनमाना निर्णय करार दिया है।