गार्जियन के मुताबिक जांच में उन खास आरोपों की पड़ताल की जा रही है जिसमें इन बिचौलियों की मदद से घूस दी गई। 13 अरब पौंड मार्केट वैल्यू वाली रॉल्स रॉयस पैसेंजर जेट के लिए टर्बाइन, इंजन और मिलिट्री एयरक्राफ्ट बेचने का काम भी करती है। कंपनी ने इस मामले में सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया है। हालांकि कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘बिचौलियों के माध्यम से रिश्वत देने और भ्रष्टाचार के मामले की जांच सीरियस फ्रॉड ऑफिस (एसएफओ) और अन्य एजेंसियों का जिम्मा है। हम उनके साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। लिहाजा जांच के दौरान हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।’
गार्जियन/बीबीसी जांच को सोमवार को बीबीसी के पैनोरमा प्रोग्राम में दिखाते हुए दावा किया गया कि पहले जितना लोग इस मामले को जानते थे, उससे कहीं अधिक एजेंटों का इस्तेमाल इस कंपनी ने किया। कम से कम 12 देशों में इस काम के लिए कंपनी ने एजेंटों की सेवाएं लीं। ये देश हैं- ब्राजील, भारत, चीन, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, अंगोला, इराक, ईरान, कजाकिस्तान, अजरबैजान, नाइजीरिया और सऊदी अरब।
एक बिजनेसमैन ने कथित रूप से रॉल्स-रॉयस के लिए काम किया है और उसके परिवार ने लिबरल डेमोक्रेट्स को 1.6 मिलियन पौंड का चंदा दिया था और इस वक्त वह पार्टी के नेता टिम फेरोन का एक सलाहकार है।
रिश्वत देने के मामले में एक भारतीय सुधीर चौधरी और उनके बेटे भानु को एसएफओ ने गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। दोनों ने आरोपों का खंडन किया और उनको रिहा कर दिया गया। गार्जियन/बीबीसी के मुताबिक रॉल्स-रॉयस ने चौधरी परिवार की कंपनियों को लाखों पौंड दिए।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रॉल्स रॉयस ने भारतीय वायु सेना के इस्तेमाल में आने वाले हॉक एयरक्राफ्ट्स के इंजन का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए दलाल को ‘सीक्रिट पेमेंट्स’ किए। हम आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना ट्रेनिंग के लिए ब्रिटेन से खरीदे गए हाॅक एयरक्राफ्ट्स का इस्तेमाल करती है।