पचौरी बुधवार को खादी ग्रामद्योग बोर्ड के दफ्तर का मुआयना करने पहुंचे थे। दफ्तर में संविदा पर काम कर रहे विकलांग सफाई कर्मचारी के सामने ही उन्होंने बोर्ड के सीईओ से कहा, लूले-लंगड़े लोगों को संविदा पर रखा है, ये क्या सफाई करेगा? तभी यह हाल है सफाई का। मंत्री सुबह-सुबह ही डालीबाग स्थित दफ्तर पहुंच गए थे। जाते ही उन्होंने मुख्य द्वार बंद करवा दिया। अंदर जगह-जगह गंदगी दिखी।
सिर पर कूड़ा उठवाएंगे मंत्री पचौरी यही नहीं रुके। वह दूसरे तल पर पहुंचे तो कबाड़ का ढेर सामने दिख गया। मंत्री फिर बिफर गए। उन्होंने तुरन्त प्रभारी को बुलवाया और बोले, प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान चला रहे हैं और आपको सफाई करनी नहीं आती। शाम तक सफाई नहीं हुई तो सिर पर रखकर कूड़ा उठवाऊंगा।
कुर्सी भी गंदी ऑफिस के सभागार में अधिकारियों के साथ चर्चा से पहले मंत्री ने अपने लिए रखी कुर्सी और टेबल पर धूल की जमी परत देखकर सीईओ से कहा कि कम से कम इस कुर्सी को तो साफ करवा देते। तौलिया ही रखवा देते। उनके साथ आए स्टाफ ने ही कुर्सी की धूल साफ की।
गेट बंद करवाकर लगाई अटेंडेंस मंत्री जब गेट बंद करवाकर सीईओ के कमरे में पहुंचे तो सीसीटीवी में देखा कि गेट फिर खुल गया है और कर्मचारी आ रहे हैं। बायोमीट्रिक अटेंडेंस का डेटा शाम को ही मिल पाने की जानकारी मिलते ही उन्होंने गेट फिर बंद करवा दिया और खुद ही हर सेक्शन के कर्मचारियों की हाजिरी लेने लगे। मंत्री ने एक-एक नाम बुलाकर पुकारा। 173 में से 73 कर्मचारी गायब मिले।