योगी के पहुंचते ही आसपास के घरों के बच्चों और महिलाओं ने जिज्ञासावश उन्हें देखा। बालू अड्डे की सुनीता नामक महिला ने कहा कि इससे समाज में सकारात्मक असर पड़ेगा। खन्ना का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी सरकार मानती है कि आमतौर पर गंदगियों से ही बीमारी पनपती है, इसलिए साफ सफाई जरुरी है। योगी आदित्यनाथ ने जानलेवा बीमारी मस्तिष्क ज्वर (इंसेफेलाइटिस) का मूल कारण गंदगी बताया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की कर्मभूमि गोरखपुर और उसके आसपास पूर्वांचल के क्षेत्रों में पिछले 30 साल में एक लाख से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है। साफ सफाई को अभियान के रुप में लेने की अपील करते हुए खन्ना ने कहा कि मोदी की सोच भी यही है।
दूसरी ओर, केंद्र सरकार के सर्वे में उत्तर प्रदेश के गोण्डा शहर को सबसे गंदा घोषित किए जाने के बाद योगी के झाडू लगाने को लेकर लोग चटखारे लेते भी देखे गए। बालू अड्डे पर ही योगी को झाडू लगाते देखने पहुंचे राजेश ने कहा कि किसी अमीर के घर या उसके आसपास गंदगी नहीं रहती।
आमतौर पर गंदगी गरीबों की बस्तियों में देखी जाती है। गंदगी से स्थायी निजात पाने के लिए गरीबी के खिलाफ अभियान चलना चाहिए। एक दिन झाडू लगाने से और मीडिया में आ जाने से सफाई नहीं होगी। सफाई अभियान को ग्रास-रुट तक ले जाने के लिए गरीबी से लडना ही होगा।