सोशल मीडिया पर न्याय के लिए कैंपेन
आपको बता दें कि एक अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ता ने बताया कि महिला के समर्थन में सैंकड़ों की संख्या में लोग कोर्ट के बाहर इस फैसले को सुनने के लिए जमा हुए थे। लेकिन जैसे ही महिला को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई कोर्ट के बाहर खड़े समर्थकों ने हंगामा और विरोध करना शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए सभी लोगों को वहां से हटा दिया। लोगों के हाथों से तख्तियां और पोस्टर छीन लिए गए। वहीं ट्वीटर पर महिला को न्याय दिलाने के लिए कैंपेन भी चलाया जा रहा है।
मुंह में गिट्टी भर कर बांध दिया कपड़ा, फिर दो लोगों ने बारी-बारी से किया रेप
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि 2014 में महिला के परिवार वालों ने उसके कजिन से निकाह करने के लिए दबाव डाला और निकाहनामें पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। सबसे बड़ी बात यह है कि उस वक्त महिला की उम्र महज 16 वर्ष थी। महिला ने इस शादी से इनकार करते हुए पूर्वी सूडान में रह रहे अपने रिश्तेदार के यहां चली गई। इसके बाद महिला के पिता ने दबाव डालते हुए उसे वहां से लौटने के लिए मजबूर किया। महिला के पिता ने उसे अपने पति (कथित तौर पर) के घर जाने के लिए कहा। महिला किसी तरह से 6 दिनों तक अपने पति से बचती रही, लेकिन फिर सातवें दिन उसके पति ने अपने परिवार वालों की मदद से उसका रेप किया। सबसे बड़ी बात यह है कि इस काम के लिए महिला के भाइयों ने भी उस व्यक्ति का साथ दिया जिसने उसके साथ रेप किया। महिला के भाइयों ने जबरदस्ती उसे उनके कथित ससुरा में छोड़ आए। महिला केे साथ जब उनके पति (कथित तौर पर) ने दौबार रेप करने की कोशिश की तो महिला आत्मरक्षा के लिए उस पर चाकू से हमला कर दिया, जिसके बाद उस व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद महिला भागकर अपने मायके (अपना घर) चली आई। इसके बाद पुलिस ने मामले की तहकीकात करते हुए महिला को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।