मासूम बच्ची के सिर से पिता का साया उठा
इस 9 वर्षीय मासूम बच्ची के सिर से पिता का साया उठा तो इसकी फूल जैसी जिंदगी से इसकी मां की ममता छोड़कर चली गई, लेकिन जब इस बच्ची से इसके परिवार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हंसते हुए कहा मेरे माता-पिता कहीं बाहर गए हुए हैं और वे जल्द ही आ जाएंगे और मुझे नए कपड़े दिलाएंगे और नए खिलौने दिलाएंगे लेकिन इस छोटी बच्ची को क्या पता कि इसका यहां सपना अब सिर्फ रह गया है। 1 वर्ष पूर्व मां तो एक माह पूर्व पिता इस दुनिया को छोड़कर चले गए।
लालन पोषण इसके परिवार में उसके काका कर रहे
अब इसका लालन पोषण इसके परिवार में उसके काका कर रहे हैं लेकिन क्या इस नन्ही परी को वह सारा प्यार यह परिवार दे पाएगा जो एक मां अपने बच्चे को देती है और एक पिता अंगुली पकड़कर बच्चों को चलना सिखाता है लेकिन इस बात को लेकर जब चर्चा में लाया गया तो सभी परिवार से लेकर गांववालों तक दंग रह गए और जवाब तक नहीं दे पाए। मां एक गंभीर बीमारी से पीडि़त थी और पिता अचानक बीमार होने के कारण चल बसे।
बच्ची चौथी में पढ़ाई कर रही
कहानी उस पुष्पद परिवार की है जिसका नाम राधिका है। माता जसोदाबाई 1 वर्ष पहले दुनिया से चल बसी तो पिता भेरूलाल 1 माह पहले दुनिया से चले गए। बात करें उस स्कूल की जहां पर यह बच्ची चौथी में पढ़ाई कर रही है। संचालक का कहना है कि जब तक यहां बच्ची हमारे स्कूल में पड़ेगी तब तक ना तो फीस ली जाएगी और ना ही ड्रेस, किताब, पेन-कॉपी का इसके ऊपर बोझ डाला जाएगा।