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अगार मालवा

इस शहर में बिना मुंडेर के कुएं बने हैं मौत की डगर

बिना मुंडेर के कुएं क्षेत्र में जानलेवा साबित हो रहे हैं। ऐसे कुओं में गिरने से हर साल बच्चों से लेकर बड़ों तक की मौत हो जाती है।

अगार मालवाJan 20, 2019 / 12:43 am

Lalit Saxena

patrika

बिना मुंडेर के कुएं क्षेत्र में जानलेवा साबित हो रहे हैं। ऐसे कुओं में गिरने से हर साल बच्चों से लेकर बड़ों तक की मौत हो जाती है।

सुसनेर. बिना मुंडेर के कुएं क्षेत्र में जानलेवा साबित हो रहे हैं। ऐसे कुओं में गिरने से हर साल बच्चों से लेकर बड़ों तक की मौत हो जाती है। यदि हम जागरूक हो जाएं तो थोड़ी सी कोशिश इन कुओं में गंवाने वालों की जिंदगी बचा सकती है।
कलेक्टर के आदेश के बाद भी लोगों ने कुओं के आसपास मुंडेर नहीं बनाई है। इसका खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। ग्रामीण अंचल के अलावा नगरीय क्षेत्र में भी कई जगह सड़क किनारे बिना मुंडेर के कुएं हैं। इन मालिकों ने मुंडेर नहीं बनाइ हैं। कुछ वर्षों में कुएं लोगों के साथ जानवरों की भी मौत का कारण भी बन रहे हैं।
आगर रोड पर पुराने पेट्रोल पंप के पास बीएसएनएल के कार्यालय के पीछे स्थित जिस कुएं में कुछ दिन पूर्व एक युवक की लाश मिली थी। वह भी बिना मुंडेर का था। ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमें समय रहते सबक ले लिया जाता तो लोगों को बचाया जा सकता था। क्षेत्र में जीरापुर सुसनेर मार्ग, इंदौर-कोटा राजमार्ग, पिडावा-सुसनेर मार्ग, डग-सुसनेर मार्ग सहित कई अन्य जगहों पर सड़क किनारे बिना मुंडेर के कुएं बने हैं। जो लोगों के लिए हादसों का कारण बन रहे हैं।
जागरुकता की जरूरत
बिना मुंडेर के कुओं में हर साल हादसे होते हैं। इसके बाद भी इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता। सुसनेर तहसील के अंतर्गत गांवों सहित नगरीय क्षेत्र में भी कई बार हादसे हो चुके हैं। पालडा के समीप एक जंगल में एक साल पूर्व एक नाबालिग कुएं में जा गिरा। इस बच्चे को बचाने के लिए उसकी मां ने ने भी छलांग लगा दी थी। इस कारण मां-बेटे की मौत हो गई थी। ऐसे हादसों से बचने के लिए ग्रामीणों व लोगों को इस तरह के कुओं की मुंडेर बनाने के लिए जागरूक करना होगा। प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना होगा।
कई घटनाएं हो चुकी हैं
आगर जिले में बोरवेल में बच्चों के गिरने की भी घटनाएं हो चुकी हैं। आगर के समीप निपानिया बैजनाथ में बच्चा एक बोरवेल में गिर गया था। उसे बचाने के लिए प्रशासन को कुछ दिनो तक रैस्क्यू ऑपरेशन करना पड़ा था। ऐसे में बोरवेल जो खुले रहते हैं। उन्हें भी बंद करने के लिए प्रशासन को आगे आकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
सुसनेर अनुविभाग में बिना मुंडेर के कुओं के लिए उनको मालिकों को धारा 144 के तहत नोटिस जार कर मुंडेर बनवाने के आदेश दिए जाएंगे। जो बोरवेल खुले हैं, उन्हे भी बंद करवाया जाएगा। ऐसा नहीं करने पर संबंधित पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।
मनीष जैन, एसडीएम सुसनेर

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