अगार मालवा

वीडियो : पद्मावती फिल्म के विरोध में राजपूतों का प्रदर्शन

संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित फिल्म पद्मावती के रिलीज पर रोक को लेकर रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन

अगार मालवाNov 13, 2017 / 02:06 pm

shyam choudhary

rajput society protested against padmavati film

नागौर. संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित फिल्म पद्मावती के रिलीज पर रोक को लेकर सोमवार सुबह राजपूत समाज के लोागें ने जिला मुख्यालय पर रैली निकालकर कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। समाज के लोग नया दरवाजा स्थित अमरसिंह छात्रावास में एकत्र होकर रैली के रूप में नारे लगाते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे तथा फिल्म को रिलीज करने से रोकने के लिए ज्ञापन सौंपा।
गौरतलब है कि राजपूत समाज के लोग पिछले काफी दिन से पद्मावती फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाकर राज्य भर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी को लेकर सोमवार को नागौर जिला मुख्यालय पर समाज के प्रमुख लोगों की उपस्थिति में ज्ञापन सौंपा गया।
संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर शुरू हुआ विवाद खत्म होने के बजाए और बढ़ता जा रहा है। गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित राजस्थान के सभी जिलों में फिल्म बैन की मांग हो रही है। गुजरात में चुनाव के बीच इस फिल्म को लेकर आक्रोश कुछ ज्यादा ही दिख रहा है। उधर, फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली कह चुके हैं कि खिलजी और पद्मावती के बीच फिल्म में ऐसा कोई सीन नहीं है। फिल्म पद्मावती एक दिसंबर को रिलीज होनी है।

सियासी मायनों के बीच गुजरात में हो रहा विरोध
गुजरात के गांधीनगर में फिल्म के विरोध में करणी सेना बड़ी सभा की है। करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह ने खुली चेतावनी दी है कि फिल्म पर हर हाल में बैन होना चाहिए। राजस्थान के साथ गुजरात में फिल्म के विरोध को लेकर सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। गुजरात भाजपा के कई क्षत्रिय नेता भी फिल्म पर रोक की मांग कर चुके हैं।
रानी के वंशजों ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी
मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य और पद्मिनी के वंशज विश्वराज सिंह का कहना है कि रानी पद्मिनी पर आधारित फिल्म ‘पद्मावती’ में इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है जो स्वीकार नहीं है. रानी के वंशजों ने विरोध में प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिखी है। जयपुर के पूर्व राजघराने की सदस्य और भाजपा विधायक राजकुमारी दीया कुमारी ने फिल्म ‘पद्मावती’ के रिलीज का विरोध करने के लिए जयपुर में गोविंद देव जी मंदिर से ‘हस्ताक्षर अभियान’ की शुरुआत की।
विरोध करने वालों के आरोप क्या हैं ?
विरोध करने वालों के मुताबिक फिल्म पद्मावती में इतिहास को तोड़ा मरोड़ा जा रहा है, अलाउद्दीन खिलजी का महिमामंडन किया जा रहा है। इनका आरोप है कि फिल्म में खिलजी और पद्मावती के बीच अंतरंग दृश्य दिखाया गया है।
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