बारिश का दौर आरंभ होने में अब कुछ ही समय शेष
बारिश का दौर आरंभ होने में अब कुछ ही समय शेष है । बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलेगी। ऐसी स्थिति को देखते हुए बिजली विभाग द्वारा प्रतिवर्ष बारिश पूर्व मेंटेनेंस कार्य किया जाता है । लेकिन इस वर्ष लोकसभा चुनाव के दौरान यह कार्य नहीं हो पाया। वर्तमान में चल रही हवाओं से भी बिजली गुल होने की शिकायते भी बढऩे लगी हैं। कुछ दिन पूर्व ही एकता नगर कालोनी मे तेज हवा के चलते केबल फाल्ट हो गई थी। इससे कालोनी में उस दिन बिजली की लुकाछिपी जारी रही। बिजली विभाग ने मशक्कत के बाद लाइन सुधारकर बिजली सप्लाय आरंभ की थी। बिजली विभाग की यह परेशानी आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ सकती है। विभाग ने मेंटेनेंस के दौरान बिजली लाइन के ऊपर से गुजरने वाली पेड़ों की शाखाओं को हटाया तक नहीं। ये शाखाएं तेज हवा चलने पर गिर सकती है।
पेड़ों के दोनों ओर विद्युत लाइन गुजर रही
हाउसिंग बोर्ड कोलोनी में घरों के सामने एवं पेड़ों के दोनों ओर बिजली लाइन गुजर रही है। ऐसे में तेज हवा व बारिश के कारण पेड़ों की शाखाएं कभी भी गिर सकती हैं। यदि शाखाएं गिरती हैं तो तार टूटने के साथ ही कोई बढ़ी घटना भी घटित हो सकती है। साथ ही बिजली विभाग के अधिकारियों को बेवजह परेशान भी होना पड़ सकता। विविकं से प्राप्त जानकारी के अनुसार 8 जून को 33 केवी आगर टाउनफीडर पर मरम्मत कार्य किया जाएगा। इस कारण शहर के कई क्षेत्रों सहित करीब 20 गांवों की बिजली 4 घंटे बंद रहेगी। इसी तरह 10 जून को 11 केवी छावनी फीडर पर कार्य किया जाएगा, 12 जून को छावनी हाउसिंग बोर्ड फीडर पर कार्यकिया जाएगा, 15 जून को शहर के 11 केवी फीडर पर मरम्मत कार्यकिया जाएगा।
जारी है बिजली की लुका-छिपी
पिछले कुछ दिनों से शहर में बिजली की लुका-छिपी का दौर जारी है। यदि थोड़ी भी तेज हवा चलना आरंभ हो जाती है तो शहर में बिजली कटौती का दौर आरंभ हो जाता है। गर्मी के इस मौसम में हो रही अघोषित बिजली कटोती से शहरवासी खासे परेशान भी हो चुके हैं। एक ओर तो भीषण गर्मी तथा दूसरी ओर घंटों तक होने वाली बिजली कटौती ने लोगों को खासा परेशान किया हुआ है। वहीं कभी-कभी रात के समय भी बिजली गुल हो रही है।
मानसून पूर्व किया जाने वाला मेंटेनेंस कार्य ईद बाद किया जाएगा। प्रतिवर्ष मानसून के पूर्व मेंटेनेस कार्य किया जाता है। इससे बारिश के दिनों में बिजली व्यवस्था सुचारू बनी रहे। मेंटेनेंस के दौरान बिजली तारों के बीच आने वाली पेड़ की टहनियों को भी काटा जाएगा।
– पीयूष जैन, सहायक यंत्री बिजली विभाग आगर