scriptसालों से यह शहर कर रहा इस सुविधा का इंतजार | This city is waiting for this facility for years | Patrika News
अगार मालवा

सालों से यह शहर कर रहा इस सुविधा का इंतजार

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुसनेर। यहां रोज 250-300 मरीज आते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में इन्हें परेशानी होती है। वर्तमान में मरीजों को नाममात्र की सुविधाएं मिल रही हैं।

अगार मालवाFeb 13, 2019 / 12:13 am

Lalit Saxena

patrika

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुसनेर। यहां रोज 250-300 मरीज आते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में इन्हें परेशानी होती है। वर्तमान में मरीजों को नाममात्र की सुविधाएं मिल रही हैं।

सुसनेर. मुकेश हरदेनिया
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुसनेर। यहां रोज 250-300 मरीज आते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में इन्हें परेशानी होती है। वर्तमान में मरीजों को नाममात्र की सुविधाएं मिल रही हैं।
2013 में आगर जिला बनने के बाद जिले में भले ही विकास की रफ्तार तेज हो गई हो, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं में सबसे प्रमुख तहसील आज भी पिछड़ी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल हास्पिटल का दर्जा दिलाने की कवायद 10 वर्ष पहले से शासन स्तर पर चल रही है। नगरवासियों के साथ ही बीएमओ ने कई बार वरिष्ठों से मांग की लेकिन कुछ नहीं हुआ।
क्षेत्रवासियों को बुधवार को आगर में ट्रामा सेंटर का शुभारंभ करने के लिए पहुंच रहे स्वास्थ्य मंत्री व विधायक राणा विक्रमसिंह उम्मीद है कि वे सुसनेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल हॉस्पिटल बनाएं, ताकि मरीजों को शासन की सुविधाओं का लाभ मिल सके।
मरीजों की संख्या जिले के बराबर पर सुविधाएं नहीं
आगर के जिला बनने पर आगर को जिला चिकित्सालय की सौगात भी मिल गई है, लेकिन नगरीय क्षेत्र के अस्पताल को न तो सिविल हास्पिटल का दर्जा मिला और नही सेवाओं में कोई सुधार हुआ। केंद्र में आने वाले मरीजो की संख्या आगर के जिला चिकित्सालय के लगभग है। आगर में डॉक्टरों की संख्या 25 है तो सुसनेर में मात्र 4। इनके अलावा डॉ. डीएस परमार सप्ताह में चार दिन यहां सेवा देते हैं।
अस्पताल के अभी ये है हाल
सामुदायिक स्वास्थ केंद्र घोषित हुए भले ही 12 वर्ष से भी अधिक हो चुके हों लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। डॉक्टरों सहित स्टाफ व भवन, बेड, एम्बुलेंस, एक्सरे सहित कई सुविधाओं का अभाव है। ओपीडी में रोज 250-300 व वार्ड में 40-50 मरीज इलाज कराते हैं। नगर इंदौर-कोटा राजर्माग पर होने से आए दिन गंभीर दुर्घटना होती है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में मरीजों को आगर रेफर कर दिया जाता है। ओपीडी 90 साल पुराने जर्जर भवन में संचालित होती है। नर्स नहीं होने से अप्रशिक्षित स्वास्थकर्मी डिलिवरी करवाते हैं।
सिविल हास्पिटल बने तो ये सुविधाएं मिलेंगी-सिविल हास्पिटल का दर्जा मिलने के बाद नया भवन, 100 बेड वाला भर्ती वार्ड, अतिरिक्त भर्ती वार्ड, ऑपरेशन सुविधाएं, इसीजी, सोनोग्राफी, ब्लड यूनिट, डिजीटल एक्सरे, एम्बुलेंस व विभिन्न प्रकार की जांचों केलिए लैब की सुविधाएं मिलेंगी। डॉक्टरों की संख्या बढऩे के साथ अस्थि, नेत्र, दंत, स्त्री, शिशु, विशेषज्ञ, सर्जिकल व मेडिकल स्पेशलिस्ट बढ़ेंगे।
सोयत को सामुदायिक तो मोड़ी को मिले प्राथमिक केंद्र का दर्जा-जिस हिसाब से जनसंख्या बढ़ रही है। उस हिसाब से क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार नहीं हो पाया है। सुसनेर को सिविल अस्पताल के साथ सोयत को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व मोड़ी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा दिए जाने की मांग भी लंबे समय से की जा रही है। सुविधाओं के अभाव में सोयत क्षेत्र के लोगों को झालावाड़ राजस्थान एवं मोड़ी के लोगों को राजगढ़ जाना पड़ता है।
विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। डॉक्टरों की कमी दूर करने के साथ ही सुविधाओं में विस्तार हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बुधवार को आगर आ रहे मंत्री के समक्ष सुविधाओं में विस्तार के साथ ही सुसनेर अस्पताल को सिविल अस्पताल, सोयत को सामुदायिक स्वास्थ्य व मोड़ी को प्राथमिक केंद्र का दर्जा देने की मांग करूंगा।
राणा विक्रमसिंह, विधायक सुसनेर

Home / Agar Malwa / सालों से यह शहर कर रहा इस सुविधा का इंतजार

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो