ज्योतिषाचार्य का कहना है कि वास्तुशास्त्र के मुताबिक सोते समय दक्षिण दिशा में सिर करना सबसे बेहतर माना जाता है। इसका वैज्ञानिक कारण ये है कि वातावरण में भी चुम्बकीय शक्ति होती है। ये शक्ति दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर प्रवाहित होती है। जब हम दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोते हैं तो यह ऊर्जा हमारे सिर से प्रवेश करती है और पैरों के रास्ते बाहर निकल जाती है, इससे हमारे शरीर में पाजिटिविटी आती है। भोजन आसानी से पच जाता है। सुबह उठने पर हमारा दिमाग शांत रहता है और ताजगी महसूस होती है। इसके विपरीत पैर दक्षिण में करने से शरीर में नकारात्मक ऊर्जा घर कर जाती है और मन अशांत रहता है।
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि यदि आपके घर की सेटिंग के हिसाब से सिर दक्षिण में नहीं कर पा रहे हैं तो पूर्व में कर लें। लेकिन पश्चिम में न करें। आप पूर्व दिशा में भी अपना सिर रखकर और पैर पश्चिम दिशा में कर के सो सकते हैं।इसके पीछे मान्यता यह है कि सुबह सुबह सूर्य पूर्व से ही उदय होता है और हिन्दू धर्म में सूर्य को भगवान माना जाता है। ऐसे में जब पश्चिम में सिर रखकर सोते है तो हमारे पैर सुबह भगवान् की तरफ होते हैं, और यह शुभ नहीं माना जाता। ऐसे में सूर्य भगवान का सम्मान बना रहे, इसलिए पूर्व में सिर करना बेहतर होता है।