कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ. वरुण सरकार, डॉ. आरएस पारीक व डॉ. रंजना बंसल ने गमेश वंदना के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। डॉ. रंजना बंसल ने कहा कि सुबह की चाय से लेकर रात के डिनर तक कोई ऐसा समय नहीं जब हम प्रदूषण फैलाने वाली वस्तुओं का प्रयोग नहीं करते। हमें केमिकल और प्लास्टिक के बढ़ते प्रयोग से बचना होगा। अन्यथा हम ऐसी भयावह स्थिति में पहुंच जाएंगे जहां से वापस आना मुश्किल होगा। डॉ. आरएस पारीक ने कहा कि हमने प्रकृति को बहुत नुकसान पहुंचाया है। जंगल खत्म होने से जंगली जानवर खत्म हो गए, जो ईको सिस्टम का महत्वपूर्ण हिस्सा थे। प्रकृति भूकम्प, बाढ़ आदि के माध्यम से बदला ले रही है। डॉ. वरुण सरकार ने कार्यक्रम की लिए शुभकामनाएं देते हुए प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए जागरुक किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव, मुकुल पाठ्या, मीनाक्षी किशोर, नूतन बजाज, ऋतु बजाज, पूनम सचदेवा, रेनू भगत, डेजी गुजराल आदि उपस्थित थीं।