आगरा। ताजमहल के ऐतिहासिक शहर आगरा के मेयर हैं इन्द्रजीत आर्य। पांच साल पहले वे भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुने गए। लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान पार्टी से ऐसी अनबन हुई कि समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवार हो गए। फिर उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ।
विधानसभा चुनाव 2017 से पूर्व पुनः भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। मेयर के चुनाव के दौरान उन्होंने जनता से अनेक लुभावने वादे किए थे। मेयर के रूप में इन्द्रजीत आर्य ने क्या किया, जनता कितनी संतुष्ट है, आगे क्या करने का इरादा है, जैसे विषयों पर पत्रिका ने लम्बी बातचीत की। प्रस्तुत हैं मुख्य अंशः-
पत्रिकाः आपने जनता से वादा किया था कि आगरा को पानी की समस्या से निजात दिलाएंगे। कितने सफल हुए हैं?
इन्द्रजीत आर्यः यमुना पार में पानी बिकता था, प्रति बाल्टी और मटके के हिसाब से। हमने 16 नलकूप लगवाए और स्थिति नियंत्रण में है। लोगों को पानी मिलने लगा है। इसमें अभी और सुधार की आवश्यकता है। आखिरी घर तक पानी की आपूर्ति पहुंचे, यह प्रयास है। पूर्ण विश्वास है कि बहुत जल्दी गंगाजल आ जाएगा। सफलता मिलने जा रही है। जनता से जो वादा किया था, वह पूर्ण हो जाएगा।
पत्रिकाः गंगाजल लाने की बात उठाई थी, लेकिन कोई प्रगति दिखाई नहीं दे रही है।
इन्द्रजीत आर्यः गंगाजल आ जाना चाहिए था, लेकिन सरकार का ढुलमुल रवैया रहा। मैं सत्तारूढ़ पर्टी में इस स्वार्थ से गया था कि शहर के लिए कुछ करूंगा। मैंने नगर विकास मंत्री आजम खान के साथ बुलंदशहर तक दौरा किया। मैंने हवाई सर्वेक्षण का प्रस्ताव बनाकर दिय़ा था। उन्होंने विश्वास दिलाया था कि लेकिन वह आश्वासन बनकर रह गया। पूरा नहीं हुआ। इस कारण मुझे बहुत कष्ट हुआ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य़नाथ बहुत सही तरीके से काम कर रहे हैं। कार्य को गति मिलेगी। पानी की समस्या का स्थाई समाधान होगा।
पत्रिकाः आगरा शहर के विकास के हित में दूसरी पार्टी में गए, लेकिन अपेक्षा पूरी नहीं हो पाई, क्यों?
इन्द्रजीत आर्यः कारण तो और भी थे, लेकिन मुख्य कारण यही था कि आगरा शहर के लिए शतप्रतिशत सलता मिलेगी। लेकिन नहीं हो पाया।
पत्रिकाः एमजी रोड, माल रोड, यमुना किनारा पर सफाई है, लेकिन जहां आबादी है, वहां सफाई नहीं दिखती है, इसका कारण क्या है?
इन्द्रजीत आर्यः सबसे बड़ा कारण यह है कि शहर की जनता में सिविक सेंस नहीं है। बड़े-बड़े प्रोफेसर, डॉक्टर, बहनें गंदगी फैला रहे हैं। हम स्वयं गंदगी फैलाते हैं। मैं कई देशों में गया हूं, लेकिन मैंने सिगरेट की राख तक सड़क पर डालते नहीं देखा है। बर्सीलोना में गया, वाहं चॉकलेट के मॉल हैं, लेकिन कोई रैपर नहीं फेंकता है। सब कूड़ेदान में डालते हैं। मैंने स्कूलों के माध्यम से सफाई अभियान चलाया ताकि बच्चे अपने अभिभावकों से कहें कि घर में डस्टबिन होना चाहि। स्कूल-कॉलेजों में डस्टबिन रखवाए। जब तक लाखों छात्र-छात्राएं खड़े नहीं होंगे, तब तक जनता में जागरुकता नहीं आएगी। जनता में जागरुकता आ गई, तो सफाई हो जाएगी।
पत्रिकाः शहर की सफाई के लिए हरीभरी संस्था क्या कर रही है?
इन्द्रजीत आर्यः हमने शहर को साफ रखने के लिए हरी-भरी संस्था के माध्यम से वार्डशः काम शुरू किया है। उपकरणों की कमी है। इसी माह पूरे शहर में सफाई शुरू हो जाएगी। घर-घर से कूड़ा एकत्रित होने लगेगा तो गंदगी नहीं दिखाई देगी। कूड़े से खाद और गैस बनाने का काम होगा। देश में पहला अवसर है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झाड़ू हाथ में लेकर सफाई का संदेश दे रहे हैं। खुले में शौच का स्वभाव बन चुका है। उनकी आदत छुड़ाने के लिए शौचालय बनावा रहे हैं और 8000 रुपये दे रहे हैं। अगर जगह की कमी है तो छत पर भी शौचालय बना सकता है।
पत्रिकाः आगरा विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद ने शहर में कॉलोनियां बनाई हैं, उनमें कहीं भी कूड़ा निस्तारण का इंतजाम नहीं किया है, इस बारे में क्या कहना है?
इन्द्रजीत आर्यः हां, यह बात ठीक है। हमने एडीए की कॉलोनियां हैंडओवर तो कर लीं, लेकिन पूर्ण विकास नहीं किया है। लोग ये नहीं देखते हैं कि जहां मकान लिया है, वहां जलनिकासी है या नहीं, सीवरतंत्र है या नहीं। लोहामंडी में आठ इंच की सीवर लाइन पड़ी है। आवास विकास कॉलोनी में भी छह से आठ इंच की लाइन पड़ी है। सीवर लाइन कैसे चलेगी। सीवर लाइन को बड़ा करने का प्रस्ताव भेजा है। मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा से बातचीत हुई है। बंदरों के लिए शहर से बाहर वन विकसित किए जाएं, फलदार वृक्ष लगाए जाएं। इसका लाभ यह होगा कि बंदर शहर में नहीं आएंगे। बंदर दवाई छीन ले जाते हैं। बंदरों के हमले से कई लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इस बारे में प्रस्ताव भेजा गया है।
पत्रिकाः नगर निगम का कार्यकाल पूरा हो गया है, आप मेयर हैं या पूर्व मेयर?
इन्द्रजीत आर्यः मैं आज भी मेयर हूं। हमारे कुछ मीडिया वालों ने गलत छाप दिया है। नौ अगस्त को हमारा पहला सदन था। नियम के अनुसार सदन की पहली बैठक से ही नगर निगम के कार्यकाल का निर्धारण होता है। दूसरे जब तक सरकार कोई आदेश जारी न कर दे, तब तक मेयर रहूंगा।
पत्रिकाः क्या सभासद भी पद पर कायम हैं?
इन्द्रजीत आर्यः सभी अपने पद पर कायम है, जब तक कि सरकार का आदेश न आ जाए।
पत्रिकाः भारतीय जनता पर्टी में आकर कैसा लग रहा है?
इन्द्रजीत आर्यः भारतीय जनता पार्टी मेरी जननी है। मैंने संघ से प्रेरणा और ज्ञान लेकर सामाजिक काम शुरू किया है। बाल्यकाल से संघ का कार्यकर्ता हूं। अच्छे कार्य किए होंगे, तभी मुझे मेयर बनाया है। धर्म जागरण विभाग और सेवा भारती के माध्यम से काम करके युवाओं को शाखा से जोड़ा। व्यक्ति निर्माण का अद्वितीय कार्य संघ करता है, उसमें मैंने सहयोग किया है। मैं कोई सफाई नहीं देना चाहता हूं। पार्टी छोड़ना मेरी भूल थी, मैं भूल स्वीकार करता हूं। पुत्र को अपनी मां की गोद में आकर जो सकून मिलता है, वही मुझे मिल रहा है। मुझे कोई पद नहीं चाहिए।
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