यह भी पढ़ें ताज का दीदार करने आए 70 देशों के राष्ट्र प्रमुख, मुख्य न्यायाधीशों और शांति प्रचारक, देखें वीडियो आगरा का नाम महाराजा सूरजमल नगर किया जाए कलक्ट्रेट में पत्रिका से बातचीत में अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुंवर शैलराज सिंह एडवोकेट ने कहा- आगरा का नाम बदला ही जाना है तो महाराजा सूरजमल नगर किया जाना चाहिए। आगरा का नाम अग्रवन करना तो बेवकूफी होगी। महाराज सूरजमल भारतपुर के नरेश रहे हैं, जिसे लोहागढ़ भी कहते हैं। पूरे विश्व में भरतपुर जाटों की ऐसी रिसायत है जो अजेय रही है। अंग्रेज या मुगल कभी भरतपुर को विजित नहीं कर पाए।
महाराजा सूरजमल ने मुगलों की आन बान शान आगरा किला और ताजमहल पर कब्जा कर लिया था। वहां हमारा आधिपत्य रहा है। आगरा किला में महाराजा सूरजमल के पूर्वज महाराज रतन सिंह की हवेली आज भी है। आगरा के चारों ओर बृज क्षेत्र में जाटों की जनसंख्या बहुतायत में है। जाटों ने अपने अंग-अंग काटना स्वीकार किया था, लेकिन इस्लाम धर्म ग्रहण नहीं किया था। हमारे समाज की स्मृतियां आगरा से जुड़ी हुई हैं। हमारा बहुत बड़ा योगदान देश की सुरक्षा और स्वतंत्रता आंदोलन में रहा है।़
यह कहे जाने पर आगरा के विकास में सर्वाधिक योगदान मुगलों का है। मुगलों ने आगरा में आगरा किला, ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, रामबाग, एत्मादुद्दौला जैसे स्मारक बनाए, श्री सिंह ने कहा कि आगरा के विकास में सबसे बड़ा योगदन ‘जय जवान और जय किसान’ का है। हम मूलतः किसान हैं और हमारे बेटे सेना में हैं। किसानों का सर्वाधिक योगदान देश की प्रगति में है। इसलिए बहुत आवश्यक है कि आगरा नगर का नाम परिवर्तित कर महाराजा सूरजमल नगर किया जाए।