बता दें की थाना जगदीशपुरा के प्रतापनगर ए ब्लाक रेजिडेंशियल सोसायटी कालोनी में बच्चों की सुरक्षा और अपराधिक गतिविधियों से बचाव के लिए बीस साल पूर्व कालोनी वासियों द्वारा सर्व सहमति से पीछे की तरफ गेट लगाया गया था। कुछ समय पहले यहां मकान खरीद कर रहने आए डॉ भूपेंद्र गुप्ता और उनकी पत्नी गरिमा गुप्ता द्वारा गेट को उखाड़ दिया गया था। इसके बाद स्थानीय निवासी भाजपा नेता और व्यापारी गौरव बंसल के साथ पूरी कालोनी के लोगों ने विरोध जताया था। विरोध पर डॉ गरिमा गुप्ता ने पुलिस को बुलाकर झूठे आरोप लगाए थे, हालांकि थाने में उन्होंने पुलिस के सामने समझौता कर दो दिन के अंदर गेट दोबारा लगवाने का वादा किया था। गेट न लगवाने पर कालोनी वासियों ने आपस में चंदा कर गेट को दोबारा स्थापित करवा दिया है।
शुक्रवार को दर्ज हुआ मुकदमा पूरे प्रकरण पर भाजपा नेता गौरव बंसल की पत्नी ने थाना जगदीशपुरा पुलिस को झगड़े के समय के वीडियो आदि सबूत देकर शिकायत की थी की गेट उखाड़े जाने पर जब वो पति के साथ वहां पहुंची तो डाक्टर भूपेंद्र गुप्ता ने उनके शरीर के ऊपर हाथ मारते हुए धक्का देकर गिरा दिया और पति के नेता होने और धार्मिक कार्यक्रम करवाने की बात कहते हुए उनके होर्डिंगों पर माला डलवाने की धमकी दी। चिकित्सक ने खुद को आई एम ए का डॉक्टर बोलते हुए सरकारी गनर के द्वारा कार्रवाई करवा कर बहुत लोगों को जेल भेजने की बात बोलते हुए धमकी दी। पुलिस ने मामले की जांच के बाद डाक्टर भूपेंद्र गुप्ता और उनकी पत्नी गरिमा गुप्ता समेत 5 अज्ञात पर छेड़छाड़ समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिकायत डॉक्टर की और उन्ही पर मुकदमा
बता दें की पूरे प्रकरण पर भाजपा नेता गौरव बंसल और जगदीशपुरा पुलिस के ऊपर आरोप लगाते हुए डॉक्टर दंपति ने अपर पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए आरोप लगाया था की गंदगी के कारण सफाई करवाने पर भाजपा नेता ने झगड़ा किया और उसके कहने पर पुलिस ने चिकित्सक को तीन घंटे हवालात में रखा। मामले में अपर पुलिस आयुक्त के द्वारा मामले की जांच के आदेश दिए और इसके कुछ ही घंटे बाद सवा छः बजे पुलिस ने उल्टा चिकित्सक के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया है।