बैंक से रुपये निकालकर लौट रही थी
घटना शुक्रवार दोपहर बाद की है। रीना पत्नी उत्तम नगर निगम में सफाई कर्मचारी है। वह रुई की मंडी में रहती है। वह भारतीय स्टेट बैंक जयपुर हाउस से 50 हजार रुपये रुपये निकाल कर लौट रही थी। एक थैले में 50 हजार रुपये थे। वह टेम्पो से शाहगंज स्थित सत्तोलाला हलवाई के के यहां उतर गई। वहां से पैदल ही घर जा रही थी। रुई की मंडी में घर के लिए गली के मोड़ पर मोटर साइकिल सवार दो बदमाश आए और हाथ में से थैला लूटकर फरार हो गए। रीना चिल्लाती रह गई। भीड़ जमा हो गई। इतनी ही देर में बदमाश न जाने कहां गायब हो गए।
घटना शुक्रवार दोपहर बाद की है। रीना पत्नी उत्तम नगर निगम में सफाई कर्मचारी है। वह रुई की मंडी में रहती है। वह भारतीय स्टेट बैंक जयपुर हाउस से 50 हजार रुपये रुपये निकाल कर लौट रही थी। एक थैले में 50 हजार रुपये थे। वह टेम्पो से शाहगंज स्थित सत्तोलाला हलवाई के के यहां उतर गई। वहां से पैदल ही घर जा रही थी। रुई की मंडी में घर के लिए गली के मोड़ पर मोटर साइकिल सवार दो बदमाश आए और हाथ में से थैला लूटकर फरार हो गए। रीना चिल्लाती रह गई। भीड़ जमा हो गई। इतनी ही देर में बदमाश न जाने कहां गायब हो गए।
कुछ पता नहीं चला
सूचना मिली तो पुलिस आ गई। रीना से पूछताछ की। उसने सारी बात बता दी। पुलिस ने बदमाशों को तलाश करने का उपक्रम किया, लेकिन जैसा कि होता है, उनका कोई पता नहीं चल सका।
सूचना मिली तो पुलिस आ गई। रीना से पूछताछ की। उसने सारी बात बता दी। पुलिस ने बदमाशों को तलाश करने का उपक्रम किया, लेकिन जैसा कि होता है, उनका कोई पता नहीं चल सका।
बदमाशों ने बहुत हिम्मत दिखाई
वैसे, इस लूट के बाद बदमाशों की हिम्मत को दाद देनी पड़ेगी। रुई की मंडी में सुबह से लेकर रात्रि तक भीड़ रहती है। यातायात चलता ही रहता है। पास में पुलिस लाइन है। इसलिए पुलिस के वाहन आते-जाते रहते हैं। पास में ही तहसील सदर का कार्यालय है, जहां हर समय पुलिस का पहरा रहता है। पुलिस लाइन से रुई की मंडी की ओर वाहनों को रोकने के लिए चौराहे पर हर समय पुलिस वाले तैनात रहते हैं। बदमाशों को इस सुरक्षा व्यवस्था कोई भय नहीं था। वे तो 50 हजार रुपये लूटकर ऐसे विलुप्त हुए कि किसी को नजर ही नहीं आए।
वैसे, इस लूट के बाद बदमाशों की हिम्मत को दाद देनी पड़ेगी। रुई की मंडी में सुबह से लेकर रात्रि तक भीड़ रहती है। यातायात चलता ही रहता है। पास में पुलिस लाइन है। इसलिए पुलिस के वाहन आते-जाते रहते हैं। पास में ही तहसील सदर का कार्यालय है, जहां हर समय पुलिस का पहरा रहता है। पुलिस लाइन से रुई की मंडी की ओर वाहनों को रोकने के लिए चौराहे पर हर समय पुलिस वाले तैनात रहते हैं। बदमाशों को इस सुरक्षा व्यवस्था कोई भय नहीं था। वे तो 50 हजार रुपये लूटकर ऐसे विलुप्त हुए कि किसी को नजर ही नहीं आए।